Rakhi Hajela
नीरज के पवन, टीना डाबी, बीएल शर्मा, मृदुल कच्छावा जैसे प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अब राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में आईएएस, आरएएस और सीईटी की तैयारी कर रहे युवाओं की क्लास लेते हुए नजर आएंगे। खास बात यह है कि क्लासेज निशुल्क रूप से ली जाएंगी इसके लिए स्टूडेंट्स से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। ना केवल राजस्थान विवि बल्कि प्रदेश भर से स्टूडेंट्स आनलाइन मोड में क्लास में शामिल हो सकेंगे।
हुआ एमओयू, उच्च माध्यमिक स्कूलों को भी जोडा जाएगा
दरअसल स्वयंसेवी संस्था राजीव गांधी वेलफेयर सोसायटी का राज्य सरकार के साथ हाल में एक एमओयू हुआ है, जिसके तहत प्रदेश भर के 453 कॉलेजों के स्टूडेंट्स के साथ उच्च माध्यमिक स्कूलों को भी इसमें जोडा जाएगा। इसके साथ ही राज्यपोषित विवि के स्टूडेंट्स भी इसमें शामिल हो सकेंगे। एमओयू के मुताबिक ऑफलाइन मोड में कोचिंग शुरू करने के लिए भवन की व्यवस्था राजस्थान विश्वव़िद्यालय के एपीटीसी सेंटर में की गई है। वहीं स्टूडेंट्स को पढाने के लिए फैकल्टी की व्यवस्था एक पहल संस्था की ओर से की जा रही है। विवि के इस सेंटर में सर्वर के जरिए अन्य कॉलेजों के स्टूडेंट्स को इससे जोडा जाएगा इसके लिए सेंटर में स्मार्ट क्लास रूम तैयार किया रहा है। सेंटर के दो कमरों में स्टूडेंट्स की क्लास लगाई जाएंगी। अगर यहां जगह कम पडती है तो एक पहल संस्थान आरयू के बाहर क्लास लगवाने के लिए अलग से कुछ व्यवस्था करेगा।
पहल लगवाएगा डिजिटल पैनल
ऐसे कॉलेज जहां पर ऑनलाइन मोड में स्टूडेंट्स की क्लास से जुडने के लिए व्यवस्था नहीं है वहां डिजिटल पैनल लगाने का काम एक पहल संस्था की ओर से की जा रही है।
सीएम ने 10 अप्रेल को की थी घोषणा
गौरतलब है कि एनएसयूआई के स्थापना दिवस के अवसर पर 10 अप्रेल को राजस्थान विवि परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में कोचिंग सुविधा शुरू करने की घोषणा की थी। कक्षाओं का संचालन आॅनलाइन और आॅफलाइन दोनों मोड में किया जाएगा।
इनका कहना है,
विवि के एपीटीसी सेंटर में आईएएस, आरएएस और सीईटी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए क्लास लगाई जाएंगी। हम सेंटर में क्लासरूम की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं।
राम सिंह चौहान,निदेशक
एपीटीसी, राजस्थान विवि
राजस्थान विवि परिसर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवाई जाएगी। हमारा सरकार के साथ एमओयू हुआ है। हमारा प्रयास है कि एक मई से कक्षाएं प्रारंभ कर दी जाएं।
देव अमित सिंह,ट्रस्टी
राजीव गांधी वेलफेयर सोसायटी एक पहल