
traffic light
शहर में यातायात की व्यवस्था बहुत ही खराब है। ट्रैफिक सिग्नल बहुत पुराने हैं। ऐसे में चौराहों पर सिग्नल दिखाई नहीं देते। कारण है कि सड़कें ऊंची हो गई हैं और सिग्नल छोटे हो गए हैं। वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा किसी वाहन के आगे कोई बस चल रही है तो भी सिग्नल दिखाई नहीं देते। ऐसे में वाहन चालक गलती से रेड लाइट क्रास कर लेता है तो यातायात पुलिसकर्मी छुपकर खड़े रहते हैं। वे पकड़ कर उनका चालान कर देते हैं। इस दौरान कई बार वाहन चालक हड़बड़ी में गिरकर चोटिल हो जाते हैं। ऐसे में पुलिसकर्मियों का काम सिर्फ चालान करने का टारगेट पूरा करना नहीं होना चाहिए, उन्हें शहर के यातायात को सुगम बनाना चाहिए।
वहीं, दूसरी ओर इन दिनों देखने को मिल रहा है कि शहर में स्कूटर या मोटरसाइकिल को मोडिफाइड कर अवैध रूप से लोडिंग वाहन बना लिए हैं। वे अपनी मनमर्जी से कहीं भी किसी भी तरह किसी भी दिशा में सामान लेकर आ-जा रहे हैं। इससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। शहर में वाहन बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, पुलिसकर्मियों की संख्या भी बढऩी चाहिए। इसी प्रकार यातायात पुलिस की ओर से शहर के प्रमुख चौराहों पर यातायात नियमों की जानकारी दी जानी चाहिए। पब्लिक और पुलिस को फ्रेंड्ली होना पड़ेगा तभी शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी।
-सतीश जैन(अध्यक्ष, जयपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन)
Published on:
30 Mar 2023 09:20 pm
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