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जयपुर

बगरू के रमजान सहित प्रदेश की पांच विभूतियों को पद्मश्री

बगरू के गोभक्त एवं भजन गायक रमजान खान उर्फ मुन्ना मास्टर ( Ramjan Khan of Bagru ) सहित प्रदेश की पांच विभूतियों ( Five eminent people from Rajasthan ) को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया ( Selected for Padmashri ) है। ( Jaipur News )

जयपुरJan 26, 2020 / 01:59 am

sanjay kaushik

बगरू के रमजान सहित प्रदेश की पांच विभूतियों को पद्मश्री

बगरू के रमजान सहित प्रदेश की पांच विभूतियों को पद्मश्री

पुरस्कार की सूचना मिली, तब गोशाला में गा रहे थे भजन

-बीएचयू में सहायक आचार्य पद पर नियुक्ति के बाद चर्चा में रहे फिरोज खान के पिता

-रमजान ने बताया गोमाता की सेवा और उनकी कृपा का ही परिणाम
जयपुर। बगरू के गोभक्त एवं भजन गायक रमजान खान उर्फ मुन्ना मास्टर ( Ramjan Khan of Bagru ) सहित प्रदेश की पांच विभूतियों ( Five eminent people from Rajasthan ) को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया ( Selected for Padmashri ) है। ( Jaipur News ) वे बीएचयू में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में सहायक आचार्य पद पर नियुक्ति के बाद चर्चा में रहे फिरोज खान के पिता हैं। पुरस्कार की सूचना मिली, तब वे बगरू स्थित गोशाला में भजन गा रहे थे। पुरस्कार को उन्होंने अकल्पनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि यह गोमाता की सेवा और उनकी कृपा का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि यह मेरे सहित समस्त भारतवासियों का सम्मान है।
ऊषा : अलवर जिले की ऊषा ने 7 साल की उम्र में मैला ढोने का काम किया है। स्वच्छता की दिशा में अपने दशकों के काम के बाद सुलभ इंटरनेशनल की अध्यक्ष बनीं। पर्यावरण स्वच्छता की दिशा में काम कर रही हैं।
हिम्मताराम भांबू : नागौर जिले के किसान और पर्यावरणविद हिम्मताराम भांबू प्रकृति की सुरक्षा के निस्वार्थ काम कर रहे हैं। वे सूखे इलाकों में वन्यीकरण को प्रोत्साहन दे रहे हैं। उन्होंने सूखे इलाकों में लाखों पेड़ लगाए हैं।
सुंडाराम वर्मा : सीकर जिले के सुंडाराम वर्मा ने पानी बचाने की तकनीक के साथं 50,000 पेड़ लगाए हैं। इस तकनीक के लिए पेड़ों को सिर्फ एक लीटर पानी की जरूरत होती है।

उस्ताद अनवर खां मांगणियार : लोकगायक उस्ताद अनवर खां मांगणियार ने लोककला को देश-विदेश में पहुंचाया। जैसलमेर जिले के छोटे से गांव बहिया में लोक गायक रोजड़ खान के घर जन्मे अनवर के दादा भी लोक गायक थे। अनवर क्षेत्र के जाने माने लोक गायक हैं। थार के लोकगीत संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में अनवर खान की गायकी का अहम योगदान हैं।

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