
पार्ट टाइम व्यवसाय से होम मेकर्स के सपनों को मिली उड़ान
महिलाएं अब सिर्फ होम मेकर्स और घर की जिम्मेदारी संभालने वाली ‘मां’ ही नहीं है, बल्कि उद्यमी भी बन गई हैं। कोरोना काल के दौरान शहर की ज्यादातर महिलाओं को अपने अंदर छिपे एंटरप्रिन्योर को पहचानने में मदद मिली। बीते कुछ वर्षों में जयपुर में महिलाओं ने अपने हुनर से छोटे स्केल पर व्यवसाय की शुरूआत की है। महिलाओं का कहना है कि बाजार की मांग के अनुसार हैंड मेड और हाइजिनिक चीजों का ट्रेंड उनके सपनों को नया आसमान दे सकता है। इसलिए नौकरी की बजाय, होम मेकर्स अपने क्राफ्ट को तराश रही हैं।
यहां ढूंढे काम के अवसर
-हैंडमेड आइटम्स
-ऑनलाइन कपड़ों के व्यवसाय
-होम ट्यूशन
-केक मेकिंग, बेकिंग एंड हर्बल प्रोडक्ट्स
-ऑनलाइन कुकिंग क्लासेज
- आर्टिफिशियल जूलरी डिजाइन
-ब्लॉगिंग और इनफ्लूएंसर के रूप में
-आर्टिफीशियल ज्वैलरी डिजाइन
आत्मविश्वास के साथ आत्मनिर्भरता भी
’घर से शुरू किए गए घरेलू स्टार्टअप से महिलाओं को पहचान मिल रही है। इससे उनका मनोबल और आर्थिक निर्भरता भी बढ़ी है। अपने हुनर को तराशते रहना चाहिए।’
लाडकुमारी जैन, पूर्व अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग
मुझे शुरू से ही आर्ट और क्राफ्ट पसंद था। खाली समय का इस्तेमाल फूलों की आर्टिफिशियल जूलरी बनाने और आर्ट एंड क्राफ्ट सीखने में किया। फूलों की की जूलरी का चलन इन दिनों मैरिज सेरेमनी में काफी बढ़ गया है। इंस्टाग्राम पेज भी बना रखा है। फ्लोरल जूलरी आर्ट को मैंने खुद ही सीखा है।’
रेणु शर्मा, तिलक नगर
शुरू से ही आत्मनिर्भर बनना चाहती थी। घर से ही कपड़ों का ऑनलाइन व ऑफलाइन काम शुरू किया। अपने यूट्यूब चैनल के जरिए वीडियो ब्लॉगिंग भी करती हूं। घर की जिम्मेदारियों के चलते नौकरी करने के विकल्प की बजाय अपना व्यवसाय शुरू किया।
ट्विंकल राठौड़ , खातीपुरा
Published on:
04 Jun 2023 07:17 pm
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