
Patients increased in OPD of Ayurveda Institute
Jaipur जयपुर में कोरोना के इस काल में अब एलोपैथी के साथ लोगों का रूझान आयुर्वेद में बढ़ा है। यही कारण है कि प्रदेश के सबसे बड़े आयुर्वेद संस्थान नेशनल इंस्टीट्रयूट ऑफ आयुर्वेद (National Institute Of Ayurveda) के अस्पताल की ओपीडी एक साल में तीन गुना तक बढ़ गई है। पहले जहां ओपीडी में प्रतिदिन 70 से 80 मरीज पहुंचते थे, वहीं अब प्रतिदिन करीब 300 रोगी इलाज के लिए संस्थान की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। आम मौसमी बीमारियां में जहां लोग एलोपैथ की दवाइयों को प्राथमिकता देते थे, वहीं ऐसे मरीज अब आयुर्वेद (Ayurveda) की दवाइयों पर विश्वास करने लगे हैं। यही कारण है कि यहां हर तरह के रोग के मरीज इलाज के लिए आने लगे हैं। संस्थान की ओपीडी में मरीज बड़ी संख्या में आने लगे हैं।
इन रोगों के इलाज का ले रहे परामर्श
पहले आयुर्वेद (Ayurveda) का सहारा लोग अधिकतर माइग्रेन या पेट के रोगों के लिए ही लेते थे। जबकि अब इनके साथ अब बुखार, जुकाम, खांसी, गले के रोग, बच्चों के रोग, स्त्री रोग और प्रसूति, जॉइंट पैन, गठिया, मधुमेह, बीपी के रोगी भी इलाज के लिए आ रहे हैं।
Post Covid Ward में भी बढ़े मरीज
संस्थान में बने पोस्ट कोविड वार्ड में मरीज लगातार आ रहे हैं, जो कोरोना संक्रमण के बाद की परेशानियों से जूझ रहे हैं। ऐसे मरीजों को हाइपरटेंशन, कमजोरी, नींद की बीमारी, सांस संबंधी तकलीफ, ऑक्सीजन की कमी से संबंधित इलाज दिए जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें यहां भर्ती भी किया जा रहा है।
OPD पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गई है। हर दिन 300 के करीब मरीज यहां इलाज के लिए आ रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान एलोपैथी अस्पतालों के मरीज अब आयुर्वेद की ओर डायवर्ट हो रहे हैं। मौसमी बीमारियों के साथ गंभीर बीमारियों के मरीज भी परामर्श और इलाज ले रहे हैं। वहीं पोस्ट कोविड मरीज भी बड़ी संख्या में आते हैं।
प्रो. आरके जोशी, डीएमएस, हैड-काया चिकित्सा विभाग, NIA
Published on:
20 Jul 2021 07:54 pm
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