बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों के भी सुर बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। कल तक जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफों के पुल बांधते थे, वो अब पलटे से नजर आ रहे हैं। गहलोत के समर्थक बसपा से कांग्रेस में आए विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा है कि पायलट से बढ़िया विकल्प अब मुख्यमंत्री का दूसरा कोई हो नहीं सकता। उधर बसपा से कांग्रेस में आए एक अन्य विधाायक वाजिब अली ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो पीपीए के साथ हैं। यानि पायलट, पार्टी और आलाकमान। उन्होंने यह भी कहा कि अशोक गहलोत बहुत वरिष्ठ नेता है। उन्होंने राजस्थान और कांग्रेस पार्टी के साथ हमें बहुत कुछ दिया है। वे हमारे अभिभावक हैं। एक अन्य विधायक जोगिंदर अवाना ने राजेन्द्र गुढ़ा के बयान को उनका व्यक्तिगत बयान बताया है। उन्होंने कहा कि मेरी व्यक्तिगत राय अलग हो सकती है. लेकिन मैं आलाकमान के फैसले को मानूंगा।
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बसपा का कांग्रेस में हुआ था विलय
बसपा के 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सभी विधायक अब तक बाहर से कांग्रेस को समर्थन दे रहे थे। इन विधायकों ने 16 सितंबर, 2019 को कांग्रेस में विलय का आवेदन किया था और स्पीकर ने 18 सितंबर, 2019 को इस संबंध में आदेश दे दिए थे। बसपा से कांग्रेस में राजेन्द्र गुढा़ (विधायक, उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (विधायक, नदबई), वाजिब अली (विधायक, नगर), लाखन सिंह मीणा, संदीप यादव (विधायक, तिजारा) और विधायक दीपचंद खेरिया कांग्रेस में शामिल हुए थे। राज्यसभा चुनाव के दौरान इनमें से कुछ विधायक नाराज होकर सरिस्का चले गए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन्हें मनाकर वापस बुलाया था।