
लाखों की आबादी के लिए परेशानी का कारण
विभाग द्वारा इन कॉलोनियों में पानी कनेक्शनों पर मीटर भी लगाए गए हैं, लेकिन महीनों बीतने के बाद भी न तो पानी आया, न रीडिंग हुई, और बिल थमा दिए गए। लोगों ने इसे पेयजल प्रोजेक्ट की घोर विफलता और जनता के साथ धोखा करार दिया है।कब हो गई रीडिंग, पता नहीं
पृथ्वीराज नगर में अशोक विहार, हंस विहार, कृष्ण विहार, श्याम वाटिका सहित 20 से ज्यादा कॉलोनियों के रहवासियों का कहना है कि कभी कोई मीटर रीडर नहीं आया, लेकिन फिर भी 400-500 रुपए के बिल भेज दिए गए हैं। सांगानेर की इनकम टैक्स कॉलोनी में भी कमोबेश यही हाल है। लोग समझ नहीं पा रहे कि जब पानी आया नहीं और रीडिंग हुई नहीं, तो बिल कैसे बना?
पानी की बूंद नहीं, बिल हाजिर
पृथ्वीराज नगर क्षेत्र में मांग्यावास स्थित राजीव विहार और मिथिला विहार कॉलोनियों के निवासियों का कहना है कि विभाग की पाइप लाइन टेस्टिंग के दौरान उन्होंने कनेक्शन ले लिया था। राजीव विहार निवासी शैलेन्द्र भट्ट ने बताया कि 5-6 महीने बीत गए, लेकिन एक बूंद पानी नल में नहीं आया। अब विभाग ने 700 रुपए का बिल भेज दिया है।नारायण सिंह, अध्यक्ष, हंस विहार विकास समिति के अनुसार पृथ्वीराज नगर की कॉलोनियों में एक दिन भी पानी नहीं आया, फिर भी बिल जारी कर दिए गए।