नाला सफाई का पूरा काम एईएन व जेईएन पर छोड़ा हुआ है। एेसे में अब तक हुआ काम ागजी ही साबित हो रहा है। गौरतलब है कि नगर निगम की सीमा में करीब सवा नौ सौ छोटे बरसाती नाले हैं, जिनमें से बरसात के बाद पानी की निकासी होती है। निगम हर साल इन नालों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए ार्च करता है, लेकिन निगम की लापरवाही के चलते पूरा काम कागजी साबित होता है।