
पीएम किसान सम्मान निधि (फोटो-पत्रिका)
PM-Kisan Yojana: जयपुर। पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त देश के 10 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में भेजी गई। वहीं अब 20वीं किस्त का किसान बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन इस बार अनुमान है कि करोड़ों किसानों के खातों में पैसा नहीं आएगा, क्योंकि इस बार सभी फर्जी किसान इस योजना से बाहर हो जाएंगे। राजस्थान की बात करें तो 19वीं किस्त 75 लाख से अधिक किसानों के खातों में भेजी गई थी, जिसमें इस बार काफी कमी देखने को मिल सकती है।
राजस्थान समेत पूरे देश के किसान 20वीं किस्त जारी होने से पहले यदि 2 कामों को सही तरीके से पूरा कर लेते हैं, तो उनका पैसा आना तय है। यहां हम उन 2 सबसे महत्वपूर्ण तरीकों को बता रहे हैं। दरअसल, किसान सम्मान निधि के लिए भारतीय नागरिक होना, योजना के लिए किसान के नाम कृषि योग्य भूमि होना, आधार से लिंक बैंक खाता और आधार लिंक मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है।
अभी तक कुछ लोग भूमि नहीं होने के बावजूद गलत तरीका अपनाकर किसान सम्मान निधि की किस्त पा रहे थे, जिसपर इसबार पूरी तरह से बैन लगने वाला है। क्योंकि सरकार ने इसबार 'फार्मर आईडी' अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ ही बैंक खाते का NPCI पूरा होना बेहद जरूरी है। 20वीं किस्त के लिए यदि ये दो काम किसान पूरा नहीं करते हैं, तो उनका पैसा नहीं आएगा।
किसान सम्मान निधि का पैसा DBT के माध्यम से किसानों के खाते में भेजा जाता है। ऐसे में किसानों का बैंक खाते का NPCI होना अनिवार्य है। National Payments Corporation of India (NPCI) सरकार की एक संस्था है, जो बैंक खातों को आधार से लिंक करने समेत कई जिम्मेदारी उठाती है। इसको पूरा करने के लिए ग्राहक सीधा बैंक में जाकर इसे ठीक करा सकते हैं। इसके लिए पहले बैंक खाते से आधार को हटवाना होता है, उसके 24 घंटे के बाद फिर से आधार लिंक करवाना पड़ता है। ऐसा करने पर ठीक तरह से आधार सीडिंग का प्रोसेस पूरा हो जाता है।
पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा प्राप्त करने के लिए आपके एक बैंक खाते की आधार सीडिंग अनिवार्य है। आपका बैंक खाता आधार से लिंक है या नहीं, इसको चेक करने के लिए यहां क्लिक करके सीधा आधार की वेबसाइट पर जाएं। जहां एक पेज खुलेगा, जिसमें आधार नंबर, कैप्चा पूरा करने के बाद एक ओटीपी प्राप्त होगी। ओटीपी डालने के बाद आपको बैंक आधार सीडिंग की सटीक जानकारी मिल जाएगी।
किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त के लिए इस बार सरकार ने 'फार्मर आईडी' अनिवार्य कर दिया है। फार्मर आईडी उन्हीं किसानों की बन पाएगी, जिनके नाम वास्तव में भूमि है और पूरी तरह से राजस्व विभाग की वेबसाइट पर दर्ज हो चुकी है। खतौनी में यदि आपके नाम जमीन का आदेश हुआ है, लेकिन पूरी तरह से जमीन दर्ज नहीं है, तब भी फार्मर आईडी नहीं बन पाएगी। ऐसे में आपको लेखपाल और किसी वकील की मदद लेकर जमीन को पूरी तरह से अपने नाम दर्ज करवाना होगा।
ऊपर बताए गए यदि काम आपके पूरे हैं तो किसी नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर आसानी से फार्मर आईडी बनवा सकते हैं और पीएम किसान सम्मान निधि में अपनी KYC पूरी करा सकते हैं। फार्मर आईडी किसान खुद भी जेनरेट करके पीएम किसान की KYC को पूरा कर सकते हैं, लेकिन यह थोड़ा जटिल प्रक्रिया है।
पीएम किसान की केवाईसी पूरी करने के लिए किसानों को पहले पीएम किसान सम्मान निधि की वेबसाइट पर जाना होगा। वहां पर किसान कॉर्नर में KYC लिखा दिख जाएगा। जिसपर क्लिक करने के बाद आधार नंबर और ओटीपी से अपने फार्म को खोलना होगा। इसके बाद आपको KYC पूरा करने के लिए फार्मर आईडी की वेबसाइट पर भेज दिया जाएगा, जहां पर अपनी खतौनी के आधार पर जानकारी दर्ज करके पीएम किसान की KYC को पूरा कर सकते हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त वैसे तो जून महीने में आनी थी। इसको लेकर अभी तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जुलाई महीने में आने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। जानकारों का अनुमान है कि पीएम मोदी जल्द ही किसी अपने दौरे के दौरान पीएम किसान की 20वीं किस्त जारी कर सकते हैं। ज्यादा उम्मीद है कि 18 जुलाई को बिहार दौरे के समय पीएम मोदी 20वीं किस्त जारी कर सकते हैं।
Updated on:
12 Jul 2025 05:25 pm
Published on:
12 Jul 2025 03:52 pm
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