
जयपुर. Rajasthan Politics: महिला आरक्षण बिल लाने के बाद भाजपा महिलाओं को चुनावी पिच पर फ्रंट फुट पर खिलाने की तैयारी में है। चुनावी रैली, सभा व अन्य कार्यक्रमों में प्रमुख भागीदारी के साथ इस बार महिला प्रत्याशियों की संख्या भी बढ़ेगी। केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश टीम को इसके संकेत दे दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 25 सितंबर को जयपुर में होने वाली सभा के बाद इस पर होमवर्क होगा। इस बीच पार्टी बिल लाने के साथ ही घोषणा कर चुकी है कि पीएम की सभास्थल में पांडाल की जिम्मेदारी महिला कार्यकर्ता संभालेगी। दूसरे ही दिन गुरुवार को प्रदेश महिला कार्यकारिणी, जिला पदाधिकारियों व अन्स महिला प्रतिनिधिमंडल को संसद ले जाया गया, ताकि मैसेज दिया जा सके कि महिला आरक्षण बिल भले ही बाद में लागू हो, लेकिन भाजपा ने महिलाओं का हर क्षेत्र में प्रतिनिधित्व बढ़ाने पर काम तेज कर दिया है। जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में भी महिला कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
दो चुनाव में भाजपा की महिला प्रत्याशी
वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में 26 महिला प्रत्याशी को टिकट दिया, इनमें से 21 विजयी हुई। वर्ष 2018 के चुनाव में 23 प्रत्याशी को मैदान में उतारा, 10 ही जीत हासिल कर सकीं।
भाजपा से जीतीं विधायक
अनिता भदेल, कल्पना देवी, दीप्ति किरण माहेश्वरी, चन्द्रकांता मेघवाल, वसुंधरा राजे, शोभा चौहान, शोभाराम कुशवाह (पार्टी से निष्कासित), संतोष, सिद्धी कुमारी, सूर्यकांता व्यास ।
इस तरह बढ़ रहे कदम
सभा का जिम्मा : जयपुर के दादिया में होने वाली सभा में पांडाल व्यवस्था का जिम्मा महिला कार्यकर्ता संभालेंगी। भाजपा महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष रक्षा भंडारी, महापौर सौम्या गुर्जर के नेतृत्व में टीम तैयार की जा रही है। इन्हें एक रंग की साड़ी भी दी गई है। पहली बार है जब ऐसा हो रहा है।
संसद पहुंची : प्रदेश से महिला पदाधिकारी, कार्यकर्ता संसद पहुंची, ताकि महिला आरक्षण बिल पर एक मैसेज दिया जा सके कि केंद्र सरकार और भाजपा दोनों महिलाओं को आगे लाने पर काम कर रही है।
चुनावी टिकट : पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार ज्यादा महिला प्रत्याशी पर भरोसा जताने का काम होगा। इनकी संख्या कितनी होगी, अभी इस पर होमवर्क कर रहे हैं। इसमें सीट पर सियासी समीकरण भी देख रहे हैं।
Published on:
22 Sept 2023 09:02 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
