हादसे के बाद निगम और जेडीए का दस्ता पहुंचा। दस्ते ने बिल्डर और ठेकेदार से सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन दोनों के फोन बंद थे। दस्ते ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि बिल्डर को सूचित कर दें कि दो दिन में निर्माण स्वीकृति संबंधी कागज पेश करें।
दरअसल, केके टावर नाम की इस इमारत में बेसमेंट और दो मंजिल पहले से बने हुए हैं। तीसरी और चौथी मंजिल पर काम चल रहा है। इसी हिस्से में शटरिंग की एक प्लेट सिंधी कॉलोनी, कालवाड़ रोड निवासी त्रिलोकचंद के ऊपर आकर गिरी। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए और निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
त्रिलोकचंद के बेटे दीपक जगत्यानी ने बताया कि पिता दुकान खोलने के लिए गए थे। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने प्लेट हटाकर उन्हें निजी अस्पताल पहुंचाया। रविवार को ही इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। दीपक ने झोटवाड़ा थाने में बिल्डर और ठेकेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
जिम्मेदारों को पता नहीं
विद्याधर नगर जोन उपायुक्त ओम थानवी को इस घटना के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि निर्माण स्वीकृति के संबंध में दस्तावेज मंगवाए हैं। नियम विरुद्ध निर्माण होता पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।