
जयपुर। विधानसभा चुनावों में जीत के लिए BJP ने पूरी ताकत लगा दी है। इसकी शुरुआत पार्टी ने भाजपा अध्यक्ष Ashok Parnami को हटाकर की है। बताया जा रहा है कि अशोक परनामी पर उपचुनावों में पार्टी को मिली करारी हार की गाज गिरी है। पार्टी का पूरा फोकस अब चुनाव जीतने पर है और इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व कोई भी बड़ा फैसला लेने से नहीं चूकेगा। इसी के साथ अब आने वाले दिनों में पार्टी में और कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उपचुनावों में मिली करारी हार के बाद सीएम Vasundhara Raje के विरोधी गुट ने उनके खिलाफ पूरी तरह मोर्चा खोल रखा है। विपक्षी पार्टियों के अलावा पार्टी के कई सदस्य भी सीएम के खिलाफ देखे जाते रहे हैं। जिनमें विधायक Ghanshyam Tiwari का रुख काफी कड़ा नजर आता है। तिवाड़ी कई बार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं और नई पार्टी बनाने की बात भी कह चुके हैं।
ऐसे में राज्यसभा सांसद और अनुशासन समिति के सदस्य मदन लाल सैनी ने विधायक घनश्याम तिवाड़ी को लेकर पार्टी का रुख साफ कर दिया है। सैनी ने कहा है कि तिवाड़ी ने नई पार्टी बनाई तो उनको भाजपा छोडऩी पड़ेगी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सैनी ने तिवाड़ी की पार्टी में सदस्यता को लेकर कहा कि कोई भी राजनीतिक दल या संगठन जिसका उद्देश्य सत्ता प्राप्त करना है तो वह किसी दूसरे राजनीतिक दल का सदस्य नहीं हो सकता। यदि उनकी ताजपोशी नई पार्टी से होती है तो पार्टी जरूर कार्रवाई करेगी।
पुराने कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी से जोडऩे के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस पर काम शुरू किया जा चुका है। पहले चरण में 72 विस्तारकों को विस क्षेत्रों में भेजा गया है। यहां वे सरकार की उपलब्धियों को बताएंगे। इसी के साथ ही भाजपा की विचारधारा के बारे में जनप्रतिनिधियों और जनता को विस्तार से समझाएंगे।
उपचुनावों में मिली हार का ठीकरा विस्तारकों पर फोडऩे की बात को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम में कई तरह के गणित काम करते हैं। इसके लिए विस्तारक योजना को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। भाजपा ने इस योजना को सोच समझकर तैयार किया है। पार्टी के प्रति विश्वास पैदा करने में इनका बहुत बड़ा योगदान है।
Published on:
18 Apr 2018 05:03 pm
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