
Corona in Rajasthan: राजस्थान में नए साल के पहले सप्ताह में कोविड-19 जांचों का दायरा बढ़ने के साथ ही कोविड संक्रमण भी तेजी से बढ़ा है। दिसंबर माह के अंत तक प्रति कार्य दिवस जहां औसत 30 से 35 हजार के आस पास कोविड नमूने लिए जा रहे थे। अब यह आंकड़ा 50 हजार से अधिक पहुंच गया है। चिकित्सा विभाग का दावा है कि जल्द ही यह आंकड़ा एक लाख तक ले जाया जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार जिस तरह अभी तक अधिक सैंपलिंग के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, उसे देखते हुए नमूने अधिक होने पर इसका प्रसार और नजर आएगा। दरअसल, पिछले साल के अंतिम दिन दिन 31 दिसंबर को प्रदेश में 963 एक्टिव केस थे, जो पहले पांच दिनों में ही 5 जनवरी तक 5016 पहुंच चुका था।
दवा, रेमडिसिविर का एक माह का स्टॉक रखने के निर्देश
इधर, प्रदेश में तीसरी लहर की तैयारियों के लिए गुरुवार को स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंने सभी अधिकारियों को आगामी एक से डेढ़ माह पूरी तरह सजग और सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। बैठक में कोरोना के उपचार में काम आने वाली दवा, टेस्टिंग किट्स, ऑक्सीजन प्लांट्स, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 332 चयनित चिकित्सा संस्थानों में एचडीयू बेड की उपलब्धता, कोविड वैक्सीनेशन सहित कई अन्य विषयों पर चर्चा की गई। गालरिया ने कोरोना में काम आने वाली फाइव ड्रग मेडिसिन किट, एन-95 मास्क, रेमडिसिविर इंजेक्शन तथा अन्य जीवन रक्षक दवाओं का एक से डेढ़ महीने तक का स्टॉक रखने की निर्देश दिए।
460 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट्स
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी का सर्वाधिक सामना किया था।प्रदेश में 460 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांटस ने काम करना शुरू कर दिया है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य उपकरणों से प्रदेश में 1000 मेट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा कि जहां सैंपल आने जाने में समय लगता है, वहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गालरिया ने अस्पतालों में लगे हुए वेंटिलेटर अन्य उपकरणों की मॉक ड्रिल करने के भी निर्देश दिए।
Published on:
07 Jan 2022 05:29 pm
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