
जयपुर। राजस्थान विद्युत कर्मचारी, अभियंता एवं अधिकारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में विद्युत निगमों के कार्मिकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर एकजुट होकर दिनभर शक्ति प्रदर्शन किया। इस बीच मुख्य सचिव उषा शर्मा से बातचीत हुई, लेकिन बात नहीं बनी। समिति के प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से बात करवाने की मांग करने लगे। इसके बाद शाम को राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम के सीएमडी आशुतोष एटी पेडनेकर कार्मिकों के प्रतिनिधि मंडल से बातचीत हुई। सकारात्मक बातचीत होने के बाद देर शाम धरना समाप्त किया।
राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ बीएमएस एवं राजस्थान इंटक, सीटू, एटक, अधिकारी इंजीनियर एसोसिएशन जैसे विभिन्न संगठनों से जुड़े कार्मिक आज अपनी विभिन्न मांगों केा लेकर एकजुट हुए। इस बीच मुख्य सचिव ने वार्ता के लिए बुलाया। मुख्य सचिव ने कार्मिकों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया, हालांकि कार्मिक मुख्यमंत्री से बातचीत कराने पर अड़े। इस बीच उर्जा विभाग के मुख्य सचिव ने प्रसारण निगम के सीएमडी के साथ वार्ता के लिए कार्मिकों से कही, इस पर कार्मिकों और सीएमडी के बीच उनकी विभिन्न मांगों को लेकर बातचीत हुई। इसमें सीएमडी ने फरवरी तक इंतजार करने की बात कही। संघर्ष समित के बजरंग लाल मीणा और डी.डी. शर्मा ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशभर के बिजली कार्मिकों ने आज प्रदर्शन किया। शाम को सीएमडी के साथ सकारात्मक बातचीत हुई। इसके बाद धरना खत्म किया गया।
ये है प्रमुख मांगे
— वोल्ड पेंशन स्कीम की सुविधा पांचों विद्युत निगमों में कर्मचारियों मिलनी चाहिए।
— तीनों विद्युत वितरण निगमों में कार्यरत कर्मचारियों के इन्टर डिस्कॉम स्थानान्तरण किए जाएं।
— पहले की तरह राजस्थान राज्य में राजस्थान बिजली विभाग का गठन किया जाए।
— तकनिकी कर्मचारी पद पर पदस्थापित कार्मिकों को कनिष्ठ लिपिक पद पर पदोन्नत किया जाए।
Published on:
18 Jan 2023 08:17 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
