इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में हर जिले में दो टूरिज्म प्लेस बनाने की घोषणा की थी। इसी के चलते बीकानेर में पर्यटन विकास को लेकर भी योजना तैयार की थी और अब इस पर मुहर लगा दी है। जल्द ही बीकानेर को टूरिज्म हब की तरह विकसित किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने लक्ष्मीनाथ मंदिर के लिए 2.53 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी कर दी है। सीएम की घोषणा के बाद जल्द ही एस्टीमेट तैयार कर स्थानीय प्रशासन की मंजूरी के बाद यह विकास शुरू हो जाएंगे। इसके साथ ही बीकानेर में टूरिज्म प्लेस के लिए सूरसागर और लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर का चयन किया गया है। मिली जानकारी के हिसाब से सूरसागर में यूआईटी तो लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में विकास कार्य पीडब्ल्यूडी के अधीन किए जाएंगे।
इस दौरान होंगे यह कार्य
पुराने शहर में पर्यटन की दृष्टि से लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर महत्वपूर्ण स्थान है। रियासतकालीन मंदिर होने के कारण यह आकर्षण का केन्द्र तो है ही, बीकाजी की टेकरी और जैन मंदिर दो महत्वपूर्ण टूरिज्म स्थल भी इसके नजदीक ही है। लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में नया दरवाजा बनाने के साथ ही गणेश मंदिर के आगे टिन शेड लगाने की योजना है। मंदिर परिसर में मरम्मत, शौचालय निर्माण व अन्य कार्य कराए जाएंगे। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने पूर्व बजट घोषणाओं के बाद ही देव स्थान विभाग के कर्मचारी के साथ मौका-मुआयना कर एस्टीमेट तैयार कर लिया था। अब इस योजना को आकार दिया जाएगा।