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कोरोना की चिंता के बीच आई खुशखबरी

चीन में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 के तबाही मचाने के बाद फिर भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं और इससे निपटने की तैयारियों में जुट गई हैं। राजस्थान सरकार भी कोरोना के खतरे को लेकर अलर्ट हो गई है

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पत्रिका / चीन में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 के तबाही मचाने के बाद फिर भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं और इससे निपटने की तैयारियों में जुट गई हैं। राजस्थान सरकार भी कोरोना के खतरे को लेकर अलर्ट हो गई है और नई कोरोना गाइड लाइन भी जारी कर चुकी है। कोरोना की चिंता के बीच एक अच्छी खबर आई है। भारत सरकार ने भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को कोविड-19 के बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी दे दी है। भारत बायोटेक कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि देश की पहली नेजल कोविड वैक्सीन 'इंट्रानेजल' राजस्थान में जनवरी के चौथे हफ्ते से उपलब्ध हो जाएगी, जो 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज के रूप में लगाई जाएगी।

कहां किस कीमत में लगेगी नेजल कोविड वैक्सीन
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने बताया है कि इंट्रानेजल वैक्सीन अब CoWIN वेबसाइट पर लिस्ट हो गई है, जो प्राइवेट मार्केट में 800 रुपए प्लस टैक्स और सरकारी हास्पिटलों में 325 रुपए प्लस टैक्स में मिलेगी।

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अभी सिर्फ प्राइवेट हास्पिटलों में उपलब्ध होगी
सुई के बिना नाक से दी जाने वाली यह इंट्रानेजल वैक्सीन अभी सिर्फ प्राइवेट हास्पिटलों में ही उपलब्ध होगी। यह वैक्सीन सिर्फ उन लोगों को बूस्टर डोज के रूप में दी जाएगी, जो कोविशील्ड या कोवैक्सिन की दोनों डोज लगवा चुके हैं। औषधि उद्योग के प्रमुख ने कहा है कि नाक से दी जाने वाली टीके की खुराक आसान भंडारण और वितरण के लिए 2-8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखी जाएगी।

कैसे लोगों को लगेगी नेजल कोविड वैक्सीन
नेजल कोविड वैक्सीन नाक के जरिए दिया जाता है, जो नाक के अंदरुनी हिस्सों में इम्युनिटी तैयार करती है। इम्युनिटी तैयार होने के बाद यह ऐसे बिमारियों को रोकने में असरदार होती है, जो हवा के जरिए फैलता है।

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वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोग से तैयार की गई है नेजल वैक्सीन
नेजल वैक्सीन भारत बॉयोटेक ने वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोग से तैयार किया है। भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णा एला के अनुसार, 'इनकोवैक' कोविड के खिलाफ कारगर है। यह कोविड-19 के खिलाफ म्यूकोसेल इम्युनिटी प्रदान करता है। यह नेजल वैक्सीन आईजीए म्यूकोसेल इम्यूनिटी प्रदान करता है।

कैसे अलग है नेजल वैक्सीन
- नेजल वैक्सीन एक सिंगल डोज़ वैक्सीन है।
- नेजल वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट कम है।
- ये वैक्सीन कोरोना वायरस के साथ बाकी बीमारी से भी बचाएगी।
- वैक्सीन लगवाने के सिर्फ 14 दिन बाद वैक्सीनेट माना जाएगा व्यक्ति।
- नाक से डोज़ लगने के कारण व्यक्ति को नहीं होगा दर्द।