विधानसभा सत्र के दौरान 24 जनवरी को प्रश्न काल में जल जीवन मिशन को लेकर सवाल लगा था। इस सवाल के जवाब में पीएचईडी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने जवाब दिया था कि जल जीवन मिशन में जितना बड़ा घोटाला हुआ है, उतना आजादी के बाद कभी नहीं हुआ। अभी ईडी भी आई हैं, एसीबी आई और मौका पड़ा तो, सीबीआई भी आएगी। मंत्री ने इस मिशन की जांच कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सोमवार से योजना के तहत किए गए कामों की जांच का काम शुरू होगा। जिसमें मंत्री खुद मौजूद रहेंगे। जो भी लिप्त होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
ईडी कर चुकी है जोशी के आवास पर कार्रवाई
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम राजस्थान के पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के साथ उनके विशेषाधिकारी संजय अग्रवाल और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी हैं। इन सभी के 26 ठिकानों पर 18 घंटे तक छापेमारी की गई। मिशन के तहत राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पीने का साफ पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने बजट में 2019 में इस मिशन की घोषणा की थी।
20 हजार करोड़ के घोटाले की आरोप
कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार पर जेजेएम में 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि नियम कायदे और कानून को तोड़कर कुछ कंपनियों को इसमें फायदा पहुंचाया गया। इसमें पीएचईडी के कई अधिकारी शामिल हैं।