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मानसून उदयपुर होते हुए हाड़ौती पहुंचा, एक घंटे तक झमाझम बारिश, चक्रवात से पेड़ धराशाही, विद्युत पोल गिरे

Rajasthan Monsoon 2019 Latest Update: मानसून लगातार दूसरे दिन तेजी दिखाते हुए बांसवाड़ा से आगे बढ़कर उदयपुर और हाड़ौती के झालावाड, कोटा, बारां पहुंचा। जोधपुर में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार के साथ चल रही हवा के साथ बादल बरसे।

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Rajasthan Monsoon 2019

जयपुर। rajasthan Monsoon 2019 Latest Update: मानसून लगातार दूसरे दिन तेजी दिखाते हुए बांसवाड़ा से आगे बढ़कर उदयपुर और हाड़ौती के झालावाड, कोटा, बारां पहुंचा। जोधपुर में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार के साथ चल रही हवा के साथ बादल बरसे। घण्टे भर तक शहर के कई हिस्सों में झमाझम बरसात ( monsoon rain in rajasthan ) हुई। इस दौरान 44.5 मिलीमीटर पानी बरस। हालांकि कुछ हिस्सों में एक इंच से भी कम बारिश दर्ज की गई। पाली और नागौर में भी मेघ बरसे।

( rain in kota ) कोटा में शाम को तेज हवा के साथ बारिश हुई। नाले उफन गए। जिले के इटावा, मोईकलां, सांगोद, रामगंजमंडी व चेचट में करीब तेज बारिश हुई। रावतभाटा क्षेत्र के बोराव में करीब पौन घंटे तक तेज बारिश हुई। बारां जिले में रातभर बरसात हुई। सुबह फिर रिमझिम बरसात हुई। बूंदी जिले में दोपहर को बूंदाबांदी हुई। झालावाड़ जिले में दो दिन से हो रही रिमझिम से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी हिस्से में अब भी कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जो मानसून को आगे खींच रहा है। ऐसे में अगले 48 घण्टे में मानसून फिर से प्रदेश के कुछ और हिस्सों में पहुंचेगा।

जोधपुर में अपराह्न 4.15 से लेकर शाम 5.15 तक घण्टे भर एक ही रफ्तार से पावटा, रातानाडा, महामंदिर, सैन्य क्षेत्र, बनाड़, सरदारपुरा, शास्त्रीनगर, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सहित कई इलाकों में बरसात हुई। मण्डोर, लाल सागर, पाल रोड से आगे कुछ स्थानों पर इससे आधी ही बरसात हुई।

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हाड़ौती में मानसून की धमाकेदार एंट्री
कोटा. हाड़ौती में मानसून ने धमाकेदार एंट्री की है। बारां जिले के अंता क्षेत्र के काचरी गांव में चक्रवात से कई पेड़ धराशाही हो गए। करीब 70 से 80 विद्युत पोल गिर गए। चक्रवात ने गांव में कई घरों के टीन टप्पर तथा केल्हू दूर तक उड़ा दिए। भारी पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़कर जमीन पर आ लगे। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

स्थानीय निवासियों ने कहा कि ऐसा चक्रवात उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। मात्र पांच से दस मिनट के प्रकृति ने गांव में कई घरों को अस्त व्यस्त कर दिया। चक्रवात की रफ्तार इतनी थी कि कई मकानों से दर्जनों चद्दर टूटकर दूर चले गए। ईट की दीवारें क्षतिग्रस्त होने सहित टीनशेड धराशायी हो गए। यहां तक कि चद्दरों के ऊपर रखे भारी पत्थर भी उड़कर दूर जा गिरे और टीन बिजली के तारों में उलझकर यहां-वहां जा गिरे।

बीगोद में एक घण्टे में दो इंच बारिश
भीलवाड़ा. जिले के बीगोद कस्बे में दोपहर में एक घण्टे में 50 मिलीमीटर वर्षा हुई। इससे वहां निचली बस्तियां जलमग्न हो गई। एक दर्जन घरों में पानी घुस गया। जल संसाधन विभाग के मुताबिक शाहपुरा में 28, माण्डलगढ़ में 13, शक्करगढ़ में 10 मिलीमीटर वर्षा हुई।


बाड़मेर में बरसात, जैसलमेर सूखा
पिछले चौबीस घण्टे में बाड़मेर के कई हिस्सों में अच्छी बरसात हुई जबकि जैसलमेर लगभग सूखा ही रहा। पाली, जालोर, सिरोही और नागौर में भी कुछ स्थानों पर बरसात हुई।