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राजस्थान में यहां अगले चौबीस घंटे में बारिश के संकेत, तीन-चार दिन में फिर से मानसूनी झमाझम

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जयपुर

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Dinesh Saini

Jul 31, 2018

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जयपुर। पश्चिमी हवाएं चलने पर प्रदेश से मानसून ने दूरी बना ली है। हिमालय तराई क्षेत्र समेत पूर्वी राज्य अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, असम समेत कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं तो उत्तर पश्चिमी राज्यों में मानसून एक्सप्रेस मानों थमी हुई है और अगले तीन चार दिन और उत्तरी राज्यों में बारिश का दौर धीमा रहने का अंदेशा मौसम वैज्ञानिकों ने जताया है। हालांकि अभी तक देखा जाए तो मौसम विभाग द्वारा की गई भविष्यवाणियां लगभग गलत ही साबित हो रही है।


मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में पूरब के कुछ हिस्सो में अगले चौबीस घंटे में छितराई बारिश होने की उम्मीद है लेकिन पश्चिमी जिलों में दिन के तापमान में हो रही बढ़ोतरी से मौसम गर्म बना हुआ है और गर्मी और उमस से लोग बेहाल है।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के मध्य इलाकों में बने निम्न वायुदाब क्षेत्र के असर से पूर्वी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। अभी मानसून की हलचल पूर्वी राज्यों तक ही सीमित हो रही है वहीं प्रदेश में पश्चिमी हवाएं चलने से बादल भी पूर्वी राज्यों की ओर रुख कर रहे हैं। अगले तीन चार दिन में उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने पर प्रदेश की ओर मानसून रुख कर सकता है।

राजधानी में बीते चौबीस घंटे में मौसम शुष्क रहा वहीं दिन के तापमान में हुई बढ़ोतरी से गर्मी और उमस ने परेशान करना शुरू कर दिया है। स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार शहर में आज छितराए बादल छाए रहने व दिन का तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आस पास रहने पर मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

मौसम विभाग का अनुमान हो रहा फेल
राज्य में मानसून आए महीनेभर से अधिक समय हो चुका है लेकिन मौसम विभाग ने अब तक जो भी अनुमान लगाया, उसमें से 90 फीसदी गलत निकला है। मौसम विभाग ने कई बार भारी बारिश की सम्भावना जताते हुए चेतावनी तक दी लेकिन बादल बरसे नहीं या बंूदाबांदी करने तक सीमित रहे। गौरतलब है कि मौसम का सटीक अनुमान लगाने के लिए सरकार मोटी राशि खर्च कर रही है। मोटे अनुमान के मुताबिक एक हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत से 7 सैटेलाइट अंतरिक्ष में काम कर रहे हैं। जानकारी भी सैटेलाइट के माध्यम से मिल रही है लेकिन कई बार विभागीय अधिकारी इसका सही तरह से विश्लेषण नहीं कर पा रहे। विभाग जनता को मौसम की सही जानकारी देने में फेल हो रहा है। मई के पहले सप्ताह में आए तूफान ने भारी तबाही मचाई लेकिन मौसम विभाग इसकी पूर्व जानकारी नहीं दे पाया था।