Rajasthan Dams Update : राजस्थान में मानसून की झमाझम बारिश से प्रदेश के ज्यादातर बड़े बांध 90 फीसद तक भर गए हैं। बीसलपुर बांध के जुलाई में पहली बार भरने की उम्मीद जगी है। उम्मीद की जा रही है कि बीसलपुर बांध का गेट कल खुल जाएगा।
Rajasthan Dams Update : राजस्थान के लिए मानसून खुशखबर लेकर आया है। अच्छी मानसूनी बारिश की वजह से राजस्थान की जनता के चेहरे पर मुस्कान छा गई है। इस बार की मानसूनी बारिश से प्रदेश के बांध लगभग पूरी क्षमता पर पहुंच गए हैं। अधिकतर बड़े बांध अपनी क्षमता से 90 फीसद के करीब भर गए हैं। साथ ही बड़ी खबर यह है कि स्थानीय नदियां जैसे जोधपुर की लूनी नदी और झुंझुनू की कटली नदी रिचार्ज हो गईं हैं। बीसलपुर बांध से भी लगातार अच्छी खबरें आ रही है। बीसलपुर बांध के जुलाई में पहली बार पूरी क्षमता तक भरने की उम्मीद है। 21 जुलाई नहीं तो 22 जुलाई को बीसलपुर में कभी भी सायरन बज सकता है। और फिर बीसलपुर बांध के गेट खुल जाएंगे।
अधीक्षण अभियंता प्रहलाद राय खोईवाल ने बताया कि सोमवार दोपहर 12 बजे तक बांध गेज 315.20 आरएल मीटर दर्ज किया गया है। पूर्ण जलभराव में अभी 30 सेमी पानी की आवश्यकता है। केचमेंट एरिया से पानी की आवक धीमी पड़ी है। बांध परियोजना अभियंता पानी की आवक का आंकलन कर रहे हैं।
प्रदेश में इस बार जुलाई में ही बारिश ने लोगों के चेहरे खिला दिए हैं। सिर्फ आठ दिन में ही प्रदेश के 100 बांध ओवरफ्लो हो गए। अब तक कुल 176 बांध पूरी तरह भर चुके हैं। जबकि, पिछले साल इसी दिन (21 जुलाई) केवल 18 बांध भरे थे। उस समय बांधों में 35.77 प्रतिशत पानी था, जो इस साल अभी तक लगभग दोगुना 68.54 प्रतिशत तक पहुंच गया है। लंबे अरसे के बाद जुलाई के तीसरे सप्ताह में बांधों की यह स्थिति बनी है। राजस्थान में कुल 692 छोटे, मध्यम और बड़े बांध हैं। 16 जुलाई 2025 तक की रिपोर्ट में कहा गया था कि 107 बांध लबालब हो चुके हैं, और कुल भराव क्षमता का 62.66 फीसदी पानी बांधों में आ चुका है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार गलवा, टोरडीसागर और मोरेल जैसे बड़े बांध ओवरफ्लो हो गए, जबकि बीसलपुर बांध कभी भी छलक सकता है। इसके अलावा पार्वती, गूढ़ा, जवाहर सागर और राणाप्रताप सागर में भी लगातार पानी की आवक बनी हुई है, जिससे संभावना है कि जल्द ही ये बांध भी भर जाएंगे। सबसे ज्यादा ओवरफ्लो बांध अजमेर जिले में हुए। यहां 23 बांधों में चादर चल रही है। इसके बाद टोंक में 19, भीलवाड़ा में 18, बूंदी में 17, जबकि पाली और बारां में 15-15 बांधों में लबालब पानी भर चुका है। वहीं, जयपुर में 9, चितौडगढ़ 7, राजसमंद और सवाईमाधोपुर में 5-5 बांध शामिल है। इन जिलों में छोटे तालाब, जलाशयों में भी पानी की आवक हुई है।
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, कोटा बैराज के कैचमेंट एरिया में बारिश होने से चंबल के बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है। इसके चलते बैराज के गेट 3 खोले गए है। इसके अतिरिक्त झालावाड़ के काली सिंधु व करौली का पांचना बांध का एक-एक गेट खोला गया है। कोटा का नवनेरा बैराज 22 गेट व टोंक के इसरदा बांध के 26 गेट खोले गए हैं। वहीं राजस्थान के राणा प्रताप सागर अभी 95 फीसदी तक भर चुका है। इस बांध के गेट किसी भी वक्त खोले जा सकते हैं। गेट खुलने के बाद ही अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा।
वहीं सलूंबर स्थित जयसमंद और बांसवाड़ा स्थित माही बांध को अभी और अधिक पानी की जरूरत है। जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, इस मौसम में इन दोनों बांधों के जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। मानसून की शुरुआत में ये बांध क्रमशः केवल 30 से 34 फीसदी ही भरे थे।
बीसलपुर बांध के जलस्तर में रविवार को जबरदस्त वृद्धि देखी गई। बीसलपुर बांध के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल ने बताया, जलस्तर 315.50 आरएल/मीटर की पूर्ण क्षमता के मुकाबले 315.02 आरएल/मीटर तक पहुंच गया है। इसके जलग्रहण क्षेत्र और टोंक जैसे आस-पास के जिलों में हुई बारिश बांध के लिए अच्छी साबित हुई है। फिर भी, हमें और पानी की आवश्यकता है। पर मौजूदा वक्त में बीसलपुर बांध के जलस्तर 315.20 आरएल/मीटर है।
अगर आज बीसलपुर बांध भर जाता है। तो यह आठवीं बार होगा, जब बीसलपुर बांध ओवरफ्लो होगा। बीसलपुर बांध निर्माण के बाद पहली बार वर्ष 2004 में ओवरफ्लो हुआ और गेट खोले गए। इसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016, 2019, 2022, 2024 में सातवीं बार ओवरफ्लो होने पर बांध के गेट खोलने पड़े। वहीं पिछले सात दिन में जलस्तर में 0.40 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आवक की यही गति बनी रही तो अगले कुछ दिनों में बांध के गेट खोलने की नौबत आ सकती है।
जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में अभी तक सामान्य से 121 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। एक जून से 20 जुलाई तक राजस्थान में सामान्य बरिश 145.88 मिलीमीटर है। अभी तक 322.54 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।