
Rajasthan Rain Alert : जयपुर। अगस्त के पहले ही दिन मानसून उम्मीदों से ज्यादा सक्रिय हो गया। जयपुर सहित पूर्वी राजस्थान के जिलों में बादलों ने बेहिसाब पानी बरसाया। जयपुर, दौसा, अलवर, टोंक, भरतपुर, बारां सहित कई जिलों में बारिश का दौर चला। जल संसाधन विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सर्वाधिक बारिश जयपुर में 290 मिमी (11.6 इंच) दर्ज की गई। वहीं, एयरपोर्ट पर यह आंकड़ा 226.7 मिमी रहा। यह सीजन की पहली और 1981 के बाद की सर्वाधिक बारिश बताई गई है। इससे पहले 19 जुलाई 1981 को 326 मिमी (13 इंच) बारिश हुई थी। इस दिन जयपुर में बाढ़ आ गई थी।
बुधवार रात करीब 12 बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ,जो गुरुवार सुबह तक चला। शाम को शुरू हुई बारिश देर रात तक जारी रही। अगस्त में जयपुर में अभी तक 188 मिमी बारिश का रेकॉर्ड है। पांच अगस्त तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। शुक्रवार को अजमेर में अत्यधिक भारी बारिश का अरिज अलर्ट जारी किया है। कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने भारी बारिश को देखते हुए शुक्रवार को जयपुर शहर के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।
राजधानी में गुरुवार तड़के लोगों के लिए बारिश कहर बनकर बरसी और चार लोगों का जीवन लील गई। विश्वकर्मा रोड नंबर 17 स्थित ध्वज नगर पीयूष आचार्य के दो मकानों के बेसमेंट में पानी भरने से तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में मूलतः बिहार के सिजपुरा निवासी 23 वर्षीय कमल शाह, बिहार के बिहिया निवासी पूजा सैनी व उसकी बिहार के गाजीपुर निवासी 5 वर्षीय मौसेरी बहन पूर्वी की मौत हो गई। सीएम भजनलाल शर्मा ने राजधानी में वीकेआई में पानी में डूबने से हुई तीन लोगों की मृत्यु के बाद उनके परिजन को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता की घोषणा की है। राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने जयपुर में अतिवृष्टि से नागरिकों की मृत्यु पर गहरा शोक जताया।
परकोटे के कई इलाकों में नदी की तरह पानी बह निकला। ब्रह्मपुरी के मंगोड़ी वालों की बगीची से बाहर निकलते ही हालात बेहद खराब नजर आए। बारिश का पानी कई घरों में घुस गया था। बारिश रुकने के बाद घरों का कचरा सड़कों पर फैला नजर आया। सुभाष चौक सर्कल पर सड़कों पर गड्ढे का पता नहीं चल रहा था। ऐसे में एक बच्चा साइकिल से गिरते-गिरते बचा।
झोटवाड़ा के खातीपुरा रोड पर पानी निकासी की सही ढंग से व्यवस्था न होने के कारण सड़कों पर गुरुवार को बरसात का पानी भरा रहा। रास्ते में ट्रैफिक जाम से बुरा हाल रहा। वहीं, हसनपुरा रोड पर बारिश का पानी होने से रास्ते में गंदगी का भी आलम देखने को मिला।
राजधानी में एक बार फिर तेज बारिश ने गुरुवार सुबह से दोपहर तक ट्रैफिक व्यवस्था को चरमरा दिया। शहर के बड़े भूमिगत मार्ग (मालवीय नगर नंदपुरी व सहकार मार्ग) सहित कई जगह पानी भरने से लोगों को लंबा चक्कर लगाकर जाना पड़ा। जेपी फाटक और सहकार मार्ग अंडरपास में पानी भर गया। जेडीए ने पानी निकासी के लिए मड पम्प लगाए। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के निर्देश पर शहर में सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था के लिए सुबह पांच बजे ही ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को फोन कर ड्यूटी पर बुलाया गया और उनकी मदद के लिए निर्भया स्क्वॉयड की टीम व सभी थाना पुलिस को लगाया।
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पोर्च एरिया पानी से लबालब हो गया था। इससे एयरपोर्ट के ड्रेनेज पर सवाल उठ रहे हैं। बारिश के कारण कुछ यात्रियों का लगेज भी भीग गया था। इतना ही नहीं, पोच से पानी अरावइल हॉल में भी घुस गया था, जिसे मोटर पम्प लगाक बाहर निकाला गया। इधर, देर रता दिल्ली में खराध मौसम की कजा से अमरीकन एयरलाइंस की न्यूयॉर्क से दिल्ली आने वाली फ्लाइट उत्तर नहीं सकी। उसे जयपुर डायवर्ट किया गया। यात्रियों को अन्या पलाइट की बजाय सड़क मार्ग से दिल्ली भेजा गया।
तेज बारिश के कारण जयपुर जंक्शन, गांधीनगर, दुर्गापुरा समेत अन्य रेलवे स्टेशनों पर रेल यातायात प्रभावित हुआ। जयपुर जंक्शन व गांधीनगर स्टेशन पर पटरियां पानी में डूबी रहीं। जिससे सुबह चार बजे से सवा छह बजे तक योगनगरी-अहमदाबाद ट्रेन चंडीगढ़-अजमेर वंदेभारत, उदयपुर-खजुराहो, श्रीगंगानगर-झालावाड़ समेत कुल 16 ट्रेन डेढ़ से दो घंटे की देरी से रवाना हो सकीं। यात्रियों को आवागमन में दिक्कत हुई। उन्होंने ऑटो, कैब की बुकिंग में भी परेशानी हुई।
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Updated on:
02 Aug 2024 08:32 am
Published on:
02 Aug 2024 07:44 am
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