scriptRajasthan : वाहन निर्माता, डीलर और आरटीओ का बड़ा खेल… बाड़मेर और दौसा मेंं सामने आया फर्जीवाड़ा, जानें पूरा मामला | Rajasthan transport office fake registration in Barmer and Dausa RTO, Vehicles Registered the 2023 model as 2024 | Patrika News
जयपुर

Rajasthan : वाहन निर्माता, डीलर और आरटीओ का बड़ा खेल… बाड़मेर और दौसा मेंं सामने आया फर्जीवाड़ा, जानें पूरा मामला

RTO News : वाहनों के रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़े के किस्से अभी तक नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में ही सुनने को मिले थे। लेकिन चौंकाने वाली बात है कि राजस्थान के परिवहन कार्यालयों में भी फर्जी रजिस्ट्रेशन का खेल चल रहा है।

जयपुरJun 03, 2024 / 08:27 am

Kirti Verma

विजय शर्मा
RTO News : वाहनों के रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़े के किस्से अभी तक नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में ही सुनने को मिले थे। लेकिन चौंकाने वाली बात है कि राजस्थान के परिवहन कार्यालयों में भी फर्जी रजिस्ट्रेशन का खेल चल रहा है। मामला आईओसीएल के एक टेंडर से जुड़ा है। टेंडर में फायदा लेने के लिए बाड़मेर और दौसा परिवहन कार्यालयों में 10 टैंकरों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन करवा लिया। देखने लायक बात है कि फर्जीवाड़े में वाहन निर्माता से लेकर डीलर और परिवहन अधिकारी तक शामिल हो गए। कंपनी से वाहन निकलने से फर्जीवाड़े की शुरुआत हुई और आरटीओ में फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन होने तक खेल चला।
इसीलिए किया गया फर्जी रजिस्ट्रेशन
टेँडर प्रक्रिया में शर्त रखी गई कि टॉप मॉडल टैंकरों को प्राथमिक दी जाएगी। ऐसे में 2023 के मॉडल के वाहनों को फर्जी तरीके से 2024 मॉडल बनाकर रजिस्ट्रेशन करवाया गया। इन सभी सात टैंकर वाहनों का फर्जी रजिस्ट्रेशन बाड़मेर आरटीओ ऑफिस में करवाया गया।
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जानिए किस स्तर पर कैसे हुआ फर्जीवाड़ा
बाड़मेर आरटीओ का फर्जीवाड़ा:
-24 दिसंबर 2023 को वीई कॉमर्शियल व्हीकल लिमिटेड पीतमपुर, इंदौर से 2023 मॉडल के चैसिस रवाना हुए।
-27 दिसंबर डीलर वीई कॉमर्शियल व्हीकल लिमिटेड जोधपुर के पास आए
-डीलर ने 2 जनवरी 2024 को वाहनों के चैसिस बिल जारी किए
  • इनके अस्थाई पंजीयन प्रमाण पत्र 3 जनवरी को वीई कॉमर्शियल व्हीकल लिमिटेड जयपुर जगतपुरा से जारी हुए, जो नियम विरूद्ध गलत है।
    -जिस दिन जोधपुर डीलर ने चैसिस विक्रय किए , उस दिन डीलर के पास चैसिस बेचने का वैध लाइसेंस नहीं था।
    -बाडमेर डीटीओ में सात वाहनों का बिना भौतिक सत्यापन के ही तीन जनवरी 2024 को रजिस्ट्रेशन कर दिया।
    -बाड़मेर आरटीओ में चैसिस के वजन पर ही रजिस्ट्रेशन कर दिया, जबकि चैसिस और टैंकर के वजन पर रजिस्ट्रेशन होता है।
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दौसा आरटीओ का ऐसे फर्जीवाड़ा

  • एक और दो जनवरी 2024 को चेन्नई से चैसिस रवाना हुए।
    -नौ जनवरी को डीलर मैसर्स संदीप ट्रक्स प्रा. लिमिटेड भीलवाड़ा को प्राप्त हुई।
  • मैसर्स संदीप ट्रक्स प्रा. लिमिटेड भीलवाड़ा की ओर से वाहन आए बिना ही 2 जनवरी को चैससि के बिल और अस्थाई पंजीयन प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
    -चार जनवरी को दौसा आरटीओ में तीन वाहनों का बिना भौतिक सत्यापन रजिस्ट्रेशन कर दिया गया।
  • बिना पेट्रोलियम प्रोडक्ट टैंक बने ही सत्यापन कर दिया गया
  • उप मुख्य विस्फोटक नियंत्रक वैशाली नगर जयपुर ने बिना जांच ही लाइसेंस जारी कर दिया
फिर भी लाइसेंस निरस्त नहीं की
मामले की शिकायत मुख्य सचिव तक पहुंची। इसके बाद परिवहन विभाग ने जांच शुरू की। जांच में बाड़मेर और दौसा आरटीओ में वाहनों का फर्जी रजिस्ट्रेशन पाया गया। इसके बाद भी अभी तक इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन निरस्त नहीं किया गया है।
विभाग ने इस प्रकरण की जांच पूरी कर ली है। जांंच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
श्रेया गुहा, एसीएस परिवहन विभाग

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