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किसी को फटकारा, किसी को हाथों-हाथ हटाया… सीएम भजनलाल ने एक ही मीटिंग में ले डाले कई स्ट्रिक्ट एक्शन

प्रदेश में हीटवेव के चलते पानी-बिजली और चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को राज्य के शीर्ष नौकरशाहों की पांच घंटे मैराथन बैठक ली।

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जयपुर

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Kirti Verma

Jun 01, 2024

Rajasthan BJP: प्रदेश में हीटवेव के चलते पानी-बिजली और चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को राज्य के शीर्ष नौकरशाहों की पांच घंटे मैराथन बैठक ली। एक-एक जिलों का फीडबैक लिया। नौकरशाही को साफ संदेश दिया कि जनता के कामों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सभी फाइलों के निस्तारण में तेजी लाएं। उन्होंने लापरवाह कार्मिकों को तत्काल हटाने और पानी के स्रोत बिना पाइपलाइन बिछाने और टंकियां बनाने वालों पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि कोई दोषी सेवानिवृत्त हो चुका है, तो उसको नोटिस देकर पेंशन रोकी जाए। प्रदेश में हैंडपंप और बोरिंग कितने सूख चुके हैं, जलस्रोतों की क्या स्थिति है, इसकी भी रिपोर्ट मांगी है।

मुख्यमंत्री दोपहर करीब एक बजे सचिवालय के कॉन्फ्रेस हॉल में पहुंचे और शाम 6 बजे तक बैठक ली। वे पूरी तैयारी के साथ नजर आए। उन्होंने संभागीय आयुक्तों के साथ प्रत्येक जिले के प्रभारी सचिव, कलक्टर से चर्चा की। बीकानेर जिले में प्रभारी सचिव की बैठक में सीएमएचओ और डूंगरगढ़ के बीसीएमएचओ के अनुपस्थित रहने पर कहा कि क्या मजाक बना रखा है। प्रभारी सचिव जिले में आ रहा है और सूचना तक नहीं। इन अधिकारियों को तत्काल विदा करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बीकानेर कलक्टर नम्रता वृष्णि और पाली संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह को भी फटकार लगाई। उधर, लापरवाही सामने आने पर चार डॉक्टरों को देर रात हटा दिया है। बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत, विभागों के एसीएस, प्रमुख सचिव और सचिव के अलावा जिलों के कलक्टर व संभागीय आयुक्त मौजूद थे। पंत ने कहा कि चुनाव आचार संहिता के दौरान 141 काम आयोग से अनुमति लेकर किए।

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सूखे हैंडपंप और नलकूपों की मांगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संग्रहण ढांचों का विशेष महत्व है। इनके रखरखाव और जल स्रोतों पर विशेष ध्यान दिया जाए। भूजल का स्तर तेजी से घट रहा। सरकारी नलकूप और हैंडपंप कितने सूख चुके हैं। जब से नलकूप लगे हैं तब से जानकारी संग्रहित की जाए। दस फीसदी नलकूप सूखे हैं, तब तक ठीक है। 60 से 70 फीसदी सूख गए हैं तो चिंता का विषय है। कौन इसका ज़िम्मेदार है, इसकी जानकारी की जाए। जो सेवानिवृत्त हो गए हैं, उनको नोटिस दें और पेंशन रोकी जाए।

147 लाख यूनिट चुका रहे उधारी
बैठक में एसीएस आलोक ने बताया कि उधारी की बिजली चुकाने के बावजूद बेहतर बिजली प्रबंधन कर रहे हैं। 147 लाख यूनिट बिजली की उधारी चुकानी पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने गोशालाओं का अनुदान समय पर नहीं मिलने पर गोपालन सचिव की खिंचाई की और जल्दी अनुदान देने के लिए कहा।

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नेगेटिव खबरों पर नजर रखें, जनता में जा रहा गलत संदेश
बिजली, पानी व चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर समाचार पत्रों में आ रही खबरों को लेकर भी मुख्यमंत्री ने नौकरशाहों की खिंचाई की। उन्होंने कहा कि खबरों पर ध्यान दें। कोई खबर नेगेटिव आती है तो उसको दुरुस्त कर वापस भेजें, यह जिम्मेदारी भी अधिकारियों की है। यदि खबरें नेगेटिव आती हैं तो जनता में गलत संदेश जाता है। हर छोटी समस्या हमारे लिए बड़ी है, उसका निदान तुरंत किया जाए, लापरवाही नहीं होनी चाहिए। वृक्षारोपण को लेकर कहा कि इस काम में हर ज़िले में भामाशाह को आगे लाएं।

पानी का सोर्स नहीं, पाइपलाइन बिछा दी और टंकियां बना दीं
सीएम भजनलाल ने जलजीवन मिशन योजना के काम को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पानी का सोर्स नहीं और पाइपलाइन बिछाकर टंकियां भी बना दीं। अब वे टंकियां खाली हैं। उन्होंने जिलों के प्रभारी सचिवों को कहा कि एेसे कामों की रिपोर्ट तैयार कर मुख्य सचिव को सौंपे। जो जिम्मेदार हैं, उन पर कार्रवाई करेंगे।

कहीं पंखा नहीं तो कुछ कंबल ओढ़कर सो रहे
सीएम ने अधिकारियों को कहा कि पानी-बिजली बचाने का भी संदेश लोगों को दिया जाए। सुनकर बड़ा अजीब लगता है कि कुछ लोग 18 डिग्री टेंपरेचर में कंबल ओढ़कर सो रहे हैं तो उन लोगों की भी चिंता करें, जिनके घर में पंखा तक नहीं है।

सीएम के निर्देश के बाद 4 डॉक्टर हटाए
हीटवेव के दौरान लापरवाही सामने आने के बाद सीएम के निर्देश पर देर रात बीकानेर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहित सिंह, बीकानेर के डूंगरगढ़ के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जसवंत यादव, भरतपुर जिले के नदबई के उप जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष चौधरी और कोटपूतली जिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुमन यादव को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।