विक्षोभों से भरा रहा मार्च:
मार्च महीने में पूरी तरह पश्चिमी विक्षोभ हावी रहे। सप्ताह में दो-दो विक्षोभ आए, जिसके चलते आंधी, बादल, बरसात और ओलो का मौसम रहा। अधिकांश शहरों व कस्बों में दिन का तापमान 30 से 35 डिग्री के मध्य रहा। इससे गर्मी का अहसास नहीं हुआ। इसके उलट फरवरी में तापमान चालीस डिग्री के समीप पहुंचने लग गया था। पश्चिमी विक्षोभ एक तरह की हवा है जो भूमध्यसागर और केस्पियन सागर के आसपास के क्षेत्रों से आती है, जिसकी वजह से देश के उत्तरी-पश्चिमी हिस्सों में बादल-बरसात का मौसम बनता है।
विशेष कृषि मौसम सलाह:
● कृषि मंडियों व धान मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज व जिंसो को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके।
● खुले आसमान में पक कर तैयार फसलों को भी ढककर अथवा सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें।
● रबि की फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव बारिश की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए ही करें।
● मेघगर्जन व आकाशीय बिजली चमकने के दौरान पेड़, खंभों व पानी के स्रोतों से दूर रहें व यथासंभव सुरक्षित जगह पर शरण लेवें।