
विधायक बनने की चाह रखता था राजू ठेहट
जयपुर। सीकर में मारे गए गैंगस्टर राजू ठेहट अपराध की दुनिया से बाहर आकर राजनीति में अपना भाग्य आजमाना चाहता था। उसकी मंशा थी कि अगले विधानसभा चुनाव में वह विधायक का चुनाव लड़े और जीतकर विधानसभा पहुंचें। लेकिन, उससे पहले ही गैंगवार में राजू ठेहट मारा गया। राजू जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद सीकर जिले से ही राजनीति में सक्रिय हो गया था। वह दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहता था। यही कारण था कि वह लगातार दांतारामगढ़ के लोगों को सोशल मीडिया पोस्ट डालकर त्योहारों की बधाई देता था। इस फेसबुक पेज पर राजू ठेहट के करीब 50 हजार से ज्यादा फॉलोवर थे।
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किसी पार्टी से नहीं जुड़ा था राजू
बता दें कि राजू ठेहट की सोशल मीडिया पोस्ट में कहीं पर भी किसी पार्टी का जिक्र नहीं हैं। ना ही पार्टी का नाम था और ना ही पार्टी का सिंबल किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट पर देखने को मिला। हालांकि राजू ठेहट दांतारामगढ़ क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहकर लोगों के बीच जाता था। जनता के बीच संपर्क साधने की कोशिश लगातार जारी थी। हालांकि राजू ने अपना आखिरी फेसबुक पोस्ट 29 अक्टूबर को किया था। जिसमें उसने इंस्टाग्राम अकाउंट की जानकारी फेसबुक पर शेयर की थी। वहीं, उससे पहले दशहरे की बधाई देते हुए पोस्ट 5 अक्टूबर को की गई थी।
कोचिंग की यूनिफॉर्म में आए और कर दिया हमला
राजू ठेहट को मारने के लिए बदमाश कोचिंग की यूनिफॉर्म पहनकर आए। ये चार हमलावार उस पर फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। आरोपी गोली मारकर एक बार भागते और लौटकर फिर गोलियां मारते दिख रहे हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नाकाबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। गौरतलब है कि राजू ठेठ और आनंदपाल गैंग की लंबे समय से दुश्मनी थी। इससे पहले भी 2014 में राजू ठेठ पर हमला हुआ था। जिसमें वह बच गया था। 2017 में आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद गैंगवार खत्म होने के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन, घटना ने फिर गैंगवार को हवा दे दी है।
Published on:
03 Dec 2022 08:10 pm
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