
रिवर्स मिरर राइटिंग में लिखी रामायण, आइने में पढ़ सकेंगे किताब
हम जो भी करते हैं उसका परिणाम भी हमें जरूर मिलता है। यह बात भोपाल की कनिष्का सिंह पर सटीक बैठती है, जिन्होंने रामायण को उल्टा लिखा है, और यदि आप इसे पढऩा चाहते हैं तो आपको आईने की जरूरत पड़ेगी। कनिष्का सीधे अक्षर से अधिक तेज गति से उलटे अक्षर लिखती हैं। कनिष्का लगभग सात साल की उम्र से रामचरित मानस को मिरर राइटिंग में लिख रही हैं। वह बताती हैं कि घर में शुरू से ही आध्यात्मिक माहौल था, रामायण और भागवत का पाठ होता रहता है। जब वह उल्टा लिखती तो उनके नाना कहते थे कि ऐसा कुछ लिखो जो सार्थक हो। उन्होंने यह भी कहा कि यदि तुम्हें उल्टा ही लिखना है तो रामायण जैसा ग्रंथ लिखो। नाना की प्रेरणा से उन्होंने रामायण लिखना शुरू किया और 1008 पेज में सम्पूर्ण रामायण लिख डाली।
गीता और सुंदरकांड को लिखने का इरादा
कनिष्का का इरादा अब गीता और सुदंरकांड लिखने का है। वह कहती हैं कि जब रामायण लिख रही थी उस दौरान कई चीजें पता चली। जैसे रामायण कोई कहानी नहीं, इसकी हर पंक्ति से सीख मिलती है। वह कहती हैं कि रामायण लिखने से अध्यात्म की ओर झुकाव बढ़ा। वह रेकी हीलर भी हैं। वह वॉटर इमेज भी हिंदी और अंग्रेजी दोनों में लिखती हैं। यानी वह उल्टा लिखती हैं तो सामने वाले को वह सीधा दिखाई देगा। वह डिजिटल आर्टवर्क भी करती हैं। जिसे काफी पसंद किया जाता है और इससे उनकी कमाई भी होती है।
म्यूजियम में रखी जाए रामायण
कनिष्का ने बताया कि ए साइज शीट पर लिखी इस रामायण को मिरर के जरिए पढ़ा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहती हैं इस रामायण को किसी म्यूजियम में रखा जाए, जिससे लोग इसे देख सकें। वह कहती हैं कि जब वह रामायण लिख रही थी तो ऐसा लगता था कि भगवान स्वयं उनकी मदद कर रहे हैं इसलिए पता ही नहीं चला कि कब उन्होंने इतने बड़े ग्रंथ को पूरा कर लिया, लेकिन गिनीज बुक या अन्य किसी पुरस्कार के लिए अप्लाई नहीं किया।
Published on:
11 Mar 2024 03:44 pm
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