
Mines and Petroleum: माइंस व पेट्रोलियम विभागों के पुनर्गठन की कवायद
जयपुर। देश-दुनिया में माइनिंग खोज व खनन की बदलती तकनीक को देखते हुए राज्य के माइंस, भूविज्ञान व पेट्रोलियम विभाग का पुनर्गठन करने की जरूरत है। एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि विभाग में खान ब्लॉकों की योजनावद्ध व नियमित नीलामी के लिए अलग से विषेषज्ञों की विंग बनाने, ड्रिलिंग और प्रयोगशाला विंग को सक्रिय कर और पीपीपी मोड पर संचालित करने की संभावनाएं तलाशने, विभाग में उपलब्ध मानव संसाधन का बेहतर उपयोग करते हुए पुनर्गठन की आवश्यकता प्रतिपादित की है। अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण पर नियमित और फूलप्रूफ व्यवस्था के लिए आयकर, एक्साइज, वाणिज्यकर विभाग की तर्ज पर विजिलेंस विंग गठित करने के लिए ठोस सुझाव चाहे गए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा विभाग की समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों और उसके तीन दिन बाद ही खान मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा विभागीय समीक्षा बैठक में राज्य में खनिज की अपार सम्पदा के वैज्ञानिक दोहन के लिए विभाग की भूवैज्ञानिक शाखा, ड्रिलिंग शाखा व प्रयोगशाला को सुदृढ़ करने की आवश्यकता प्रतिपादित की गई थी। निदेशक माइंस केबी पण्ड्या के निर्देशन में विस्तृृत प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं।
अवैध परिवहन में कार्रवाई जारी
अवैध खनन, भण्डारण और परिवहन के विरुद्ध राज्यभर में कार्यवाही जारी है। अवैध परिवहन पर बड़ी कार्यवाही करते जयपुर वृत के अधीक्षण अभियंता प्रताप मीणा के निर्देशन में रात्रिकालीन गश्त के दौरान बड़ी कार्यवाही करते हुए 20 वाहन जब्त किए गए है। इनमें सवाई माधोपुर में खनिज बजरी का अवैध परिवहन करते सात वाहन, जयपुर में 4 वाहन, रुपवास में सेंडस्टोन का अवैध परिवहन करते हुए 3 वाहन, मिनरल डस्ट का अवैध परिवहन करते हुए नीम का थाना में 3 वाहन, टोंक मेें अवैध बजरी परिवहन करते तीन वाहन और दौसा में मेसनरी स्टोन के अवैध परिवहन में लिप्त एक वाहन का जब्त किया गया है। इसी तरह से उदयपुर में अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर के निर्देशन में गुजरात के मोरबी ले जाते ही तीन फेल्सपार के ट्रोला जब्त किए गए हैं। बालेसर मेें बजरी का अवैध परिवहन करती दो ट्रेक्टर ट्राली जब्त कर पुलिस थाने को सुपुर्द की गई है।
Published on:
14 Sept 2021 10:36 pm
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