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सचिन पायलट का सारा से तलाक, ऐसे शुरु हुई थी दोनों की लव स्टोरी

सचिन पायलट का एफिडेविट सामने आया तो बड़ा खुलासा हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भरे नामाकंन के एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा दर्शाया है। पायलट की ओर से पेश किए शपथ पत्र के बाद दोनों के तलाक की हकीकत सामने आई है।

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Sachin Pilot And Sara Abdullah Talaq love story

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल करना शुरू कर दिया है। टोंक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट ने मंगलवार को नामांकन भरा। इसके बाद सचिन पायलट का एफिडेविट सामने आया तो बड़ा खुलासा हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भरे नामाकंन के एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा दर्शाया है। पायलट की ओर से पेश किए शपथ पत्र के बाद दोनों के तलाक की हकीकत सामने आई है। वहीं इसको लेकर लोगों में चर्चा का विषय भी बना हुआ। आइए जानते हैं सचिन पायलट लव स्टोरी के बारे में, जो बड़ी ही रोचक है।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर 1977 में हुआ। सचिन पायलट के पिता का नाम राजेश पायलट और मां का नाम रमा पायलट है। सचिन ने नई दिल्ली के एयर फोर्स बाल भारती स्कूल से पढ़ाई की इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की और गाजियाबाद के आई.एम.टी से मार्केटिंग में डिप्लोमा हासिल किया। इसके बाद वो आगे की पढ़ाई करने के लिए अमरीका चले गए और उन्होंने वहां की पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की।

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ऐसे शुरु हुई थी लव स्टोरी
विदेश में पढ़ाई के दौरान ही सचिन पायलट को सारा अब्दुल्ला से प्यार हो गया। सारा अब्दुलाह जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुलाह की बेटी हैं और उमर अब्दुलाह की बहन हैं। पढ़ाई पूरी होने के बाद दोनों भारत आए और शादी का फैसला किया। सारा जहां मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं और सचिन हिन्दू धर्म से। दोनों के धर्म अलग-अलग होने की वजह से दोनों के परिवार वालों ने इस शादी का विरोध किया। सचिन पायलट ने जनवरी 2004 में सारा पायलट से शादी की। अब्दुल्ला परिवार ने शादी को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। शादी के कुछ महीनों बाद ही सचिन राजनीति के मैदान में उतरे।

सबसे युवा सांसद बने
महज 26 साल की उम्र में दौसा से पहला लोकसभा चुनाव लड़कर बड़े अंतर से जीतकर सबसे युवा सांसद बने। इसके कुछ समय बाद अब्दुल्ला परिवार ने भी नाराजगी भुलाकर सचिन पायलट को अपने दामाद के रूप में स्वीकार कर लिया। दिसंबर 2018 में जब सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली तो शपथ ग्रहण समारोह में सारा पायलट, दोनों बेटे और फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे।