Rajasthan Politcs: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की खाद और बीज से जुड़ी फैक्ट्रियों पर हालिया छापेमारी को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किरोड़ी लाल मीणा की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए तंज कसा कि अगर सभी मंत्री अपने-अपने विभागों में छापेमारी शुरू कर दें, तो राजस्थान में "गुड गवर्नेंस" का नया मॉडल बन जाएगा।
गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री जी और कैबिनेट फैसला करे कि सभी मंत्री निकल जाएं फिर तो राजस्थान के अंदर, अपने अपने विभागों की छापेमारी करने लग जाएं, किरोड़ीलाल अकेले क्यों फिर रहे हैं, मुख्यमंत्री जी जाएं छापा डालने के लिए इतनी जगह,उनके विभागों के मंत्री वो जाएं उनकी ड्यूटी है न, अगर खुद छापा डालने की परंपरा होती तो बजाए इसके कि अधिकारी लोग पहले तय करते हैं,रेकी करते हैं, जानकारी लेते हैं उसके बाद में कोई जाके छापा डालता है।
उन्होंने कहा कि छापा डालके कोई कार्रवाई भी होती है आगे, तो ये तमाम काम ब्यूरोक्रेसी का होता है, वो देखते हैं और पुख्ता रिपोर्ट मिलने के बाद में फिर कार्यवाही जो एजेंसियां बनी हुई हैं चाहे एंटी करप्शन ब्यूरो हो चाहे वो विभाग के खुद के सीवीसी होते हैं विजिलेंस कमिश्नर होते हैं, उनके काम होते हैं। ऐसा नहीं होता है कि मंत्री खुद जा कर के कोई इस प्रकार छापा डाले उसके कई बार दुष्परिणाम भी आ जाते हैं जो मैं अभी इसको बोलने के लिए उचित नहीं समझता हूं।
गहलोत ने कहा कि ये परंपरा मंत्री के लिए भी ठीक नहीं है जो वो कर रहे है मेरी दृष्टि में। ऐसे ही अगर तय कर लिया होगा हाईकमान ने, दे दिया हो हरी झंडी,तमाम मंत्री एक साथ निकलें, हर डिपार्टमेंट में कमी निकलेगी तो फिर तो गुड गवर्नेंस हो जाएगी इनकी।
अशोक गहलोत ने कहा कि अगर हर मंत्री निकल गया, मुख्यमंत्री निकल गया छापा डालने के लिए जो इनकी थ्योरी है किरोड़ी मीणा जी की तब इससे अच्छी गुड गवर्नेंस क्या होगी राजस्थान के अंदर, तमाम विभागों के अंदर से करप्शन हट जाएगा, बेईमानी, मिलावटखोरी सब ठीक हो जाएगी और नए रूप में राजस्थान उभर के आएगा देश के अंदर। ये प्रयोग ये करना चाहिए ये करके बताएं।
गहलोत ने यह बयान संजय गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करने के बाद दिया, जहां उन्होंने संजय गांधी के फाइव पॉइंट कार्यक्रम को याद किया।
दूसरी ओर, किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी छापेमारी को किसानों के हित में बताया और कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर तीखा हमला बोला। दरअसल, पायलट ने मीणा की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा था कि क्या मंत्री अपनी ही सरकार को एक्सपोज कर रहे हैं?
इस पर मीणा ने पलटवार करते हुए कहा कि सचिन पायलट को शर्म आनी चाहिए। वे खुद को किसान का बेटा बताते हैं, फिर किसानों के लिए की जा रही कार्रवाई पर सवाल क्यों? उन्हें गड़बड़ियां पकड़े जाने से दर्द क्यों हो रहा है? किरोड़ी लाल मीणा ने तंज कसा कि पायलट एसी कमरों में बैठकर किसानों की राजनीति करते हैं, लेकिन कभी सड़क पर उनके लिए नहीं उतरे।
बता दें कि किरोड़ी लाल मीणा ने हाल ही में राजस्थान के कई शहरों में खाद और बीज से जुड़ी फैक्ट्रियों पर अचानक छापेमारी की थी। इस दौरान नकली और घटिया खाद की शिकायतें सही पाई गईं। कार्रवाई के तुरंत बाद उन्होंने कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया और चेतावनी दी कि गड़बड़ी करने वालों की नौकरी जाएगी।
Updated on:
23 Jun 2025 09:03 pm
Published on:
23 Jun 2025 07:31 pm