एसएफएस मानसरोवर में माली समाज का खुद की निजी जमीन पर मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर का एसएफएस विकास समिति व स्थानीय निवासियों द्वारा जीर्णोद्वार किया जा रहा था, लेकिन हाउसिंग बोर्ड ने सड़क किनारे बताकर इसका काम रुकवाकर गार्ड बैठा दिया। यही नहीं स्थानीय निवासियों व समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ थाने में FIR भी दर्ज कराई गई है। इस तानाशाहीपूर्ण कार्रवाई के विरोध में सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी के नेतृत्व में लोगों ने बुधवार को मानसरोवर जोन कार्यालय पर प्रदर्शन कर हाउसिंग बोर्ड के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। इसे बाद आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा को ज्ञापन सौंपा। अरोड़ा ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
यह भी पढ़ें: जेडीसी का बड़ा फैसला, गरीबों की होने वाली है बल्ले-बल्ले
लाहोटी ने बताया कि मंदिर जीर्णाेद्वार कर रहे निवासियों द्वारा पहले से ही उप आवासन उपायुक्त, मानसरोवर को पुराने मंदिर के फोटोग्राफ्स भी उपलब्ध करवा दिए गए थे। इसके बावजूद भी उप आवासन उपायुक्त द्वारा स्थानीय लोगों के खिलाफ थाने में FIR दी गई। जो कि हिन्दू समाज की आस्था पर जबरन कुठाराघात है। लाहोटी ने बताया कि राज्य सरकार के इशारों पर सरकारी एजेंसियों द्वारा जगह-जगह हिंदू मंदिरों के मामले में जो तुष्टिकरण का रवैया अपनाया गया है। उसको हिन्दू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। इस दौरान नगर निगम चेयरमैन अभय पुरोहित, भारती लख्यानी, विकास समिति के हरी सिंह नाथावत, पूर्व चेयरमैन मुकेश लख्यानी सहित अनेक लोग उपस्थित थे।