
अजमेर. प्रत्येक विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाकर पढ़ाई करने की तमन्ना रखता है। विज्ञान के स्नातक विद्यार्थियों के लिए कई स्कॉलरशिप उनका सपना पूरा कर सकती हैं। बीएससी के बाद पीजी अथवा अन्य विषयों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिलती हैं। इनसे पढ़ाई के अलावा आवास-भोजन का खर्चा भी शामिल होता है। विद्यार्थी योग्यता अनुसार इन्हें चुनकर आवेदन कर सकते हैं। राज्य सरकार 12वीं के बाद 500 विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित अन्य कोर्स पढ़ने के लिए विदेश भेज रही है। उधर विज्ञान संकाय में यूजी-पीजी स्तर पर भी कई स्कॉलरशिप हैं।
फुलब्राइट नेहरू फैलोशिप
इस स्कॉलरशिप यूनाइटेड स्टेट्स-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन द्वारा उन भारतीय बीएससी अंडर ग्रेजुएट छात्रों को दी जाती है, जो पर्यावरण विज्ञान से जुड़े विषयों के लिए अमरीका जाना चाहते हैं। हर साल जून के महीने में इसके आवेदन शुरू होते हैं।
कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप एंड फेलोशिप
कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप्स कमीशन की स्कॉलरशिप मुख्य रूप से कॉमनवेल्थ राष्ट्रों के विद्यार्थियों को मिलती है। ऐसे विद्यार्थी ब्रिटेन जाकर अंडर ग्रेजुएट, मास्टर्स और पीएचडी कोर्स कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया हर साल अगस्त में शुरू होती है। इससे बीएससी अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के छात्र एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी तथा अप्लाइड साइंस की पढ़ाई करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
विदेश में विज्ञान विषय की पढ़ाई के लिए कई स्कॉलरशिप हैं। विद्यार्थी चाहे तो योग्यतानुसार इनका चयन कर फायदा उठा सकते हैं। यह कॅरियर के लिहाज से भी काफी मददगार होती हैं।
प्रो. सुभाषचंद्र, विभागाध्यक्ष, जूलॉजी, मदस विवि
डाड स्कॉलरशिप
जर्मनी की एकेडमिक एक्सचेंज सर्विस (डाड) बीएससी अंडर ग्रेजुएट छात्र नेचुरल साइंस और इंजीनियरिंग कि पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करती है। चयनित विद्यार्थियों को जरूरी खर्च व भत्ते दिए जाते हैं, जो कोर्स कि अवधि पर निर्भर करते हैं। स्कॉलरशिप धारकों के लिए स्वास्थ्य बीमा भी होता है।
Published on:
08 May 2023 02:41 pm
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