
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को बड़ पीपली सीकर रोड से देवस्थान विभाग के एडिशनल कमिश्नर को सात साल पुराने रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी आकांश रजन उस समय अलवर के तिजारा में तहसीलदार के पद पर कार्यरत थे।
एसीबी ने बताया कि इस संबंध में महेशर तिजारा निवासी चन्दर सिंह ने एसीबी में 19 जुलाई 2017 को शिकायत दी थी। चंदर सिंह ने बताया था कि उसके पिता द्वारा खरीदी गई जमीन के वसीयतनामा के आधार पर मेरे बेटे और भाइयों के बेटे के नाम निर्णय कराने के बदले में तहसीलदार व उसके कार्यालय के सहायक कार्यालय अधीक्षक रिश्वत राशि की मांग कर रहे है। सत्यापन में आया कि आरोपी खुद व तहसीलदार के नाम से 8 हजार रुपए मांग रहे है। उसके एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई करते हुए दलाल मानसिंह व कार्यालय सहायक राधेश्याम मौर्य को पकड़ लिया था। इसी दौरान आकाश रंजन को एसीबी कार्रवाई की भनक लगने से फरार हो गया।
कोर्ट नोटिस के बाद भी पेश नहीं हुए
तत्कालीन तहसीलदार आकाश रंजन से रिश्वत राशि के संबंध में आरोपी राधेश्याम मौर्य की मोबाइल फोन पर बात करवाई गई। तहसीलदार का रिश्वत मांगने और प्राप्त करने में सम्मिलित होना पाया गया था। लेकिन आकाश रंजन मौके से फरार हो गया था। उनके खिलाफ एसीबी कोर्ट अलवर में 16 फरवरी 2022 को चार्जशीट पेश की गई थी। आरोपी आकाश रंजन नोटिस के बाद भी कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए। आकाश रंजन अभी सहायक आयुक्त देवस्थान विभाग जयपुर में तैनात हैं। इस पर कोर्ट ने आरोपी आकाश रंजन का गिरफ्तारी वारंट जारी किया। एसीबी ने उसे सीकर रोड से गिरफ्तार कर लिया।
Published on:
15 Jul 2024 11:13 pm
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