
म्यूजिक डे पर सुरों से रोशन हुई शाम-ए-गजल
जयपुर। विश्व संगीत दिवस (World Music Day) पर मंगलवार को जवाहर कला केंद्र की ओर से रंगायन सभागार में शाम-ए-गजल कार्यक्रम आयोजित किया गया। जयपुर के गजल गायक जावेद हुसैन ने आवाज के जादू से समा बांधा। जावेद ने गजल गायक जगजीत singh, पंकज उधास, तलत अजीज, उस्ताद अहमद हुसैन, मेहंदी हसन, लता मंगेशकर, गुलाम अली साहब की गाई गजलें पेश की।
पंकज उधास की गजल 'आप जिनके करीब होते हैं, वो बड़े खुशनसीब होते हैं...' के साथ जैसे ही कार्यक्रम का आगाज हुआ तो सभागार में मौजूद लोग रोमांचित हो उठे। इसके बाद जावेद की ओर से जगजीत सिंह की गजल 'होठों से छू लो तुम मेरा गीत अमर कर दो...' सुनकर सभागार तालियों की गूंज उठा। जावेद हुसैन और अनुराधा कडेल की जोड़ी ने तलत अजीज एवं लता मंगेशकर की गाई गजल 'फिर छिड़ी रात फूलों की...' गाकर सुरों की खुशबू बिखेरी।
कार्यक्रम में सितार पर हरिहरन शरण भट्ट, वायलिन पर मनभावन डांगी, गिटार पर बिलाल हुसैन, तबले पर मेहराज हुसैन, बोर्ड पर रहबर हुसैन ने गीतों में ताल दी। जेकेके के अति. प्रशासनिक अधिकारी रामपाल कुमावत ने जावेद व अन्य कलाकारों को सम्मानित किया। वरिष्ठ संगीतज्ञ राजेन्द्र परनामी भी मौजूद थे। जावेद की आवाज में जगजीत सिंह, चित्रा सिंह की गाई गजल 'ये शोहरत भी ले लो और पंकज उधास की गाई मशहूर गजल चांदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल... के साथ गजल संध्या का समापन हुआ।
संगीत के बिना जीवन अधूरा
गौरतलब है कि जावेद हुसैन संगीत से ताल्लुक रखने वाले परिवार से हैं। सुर और ताल के बीच में ही उनकी परवरिश हुई है। बॉलीवुड मूवी वीर-जारा के गीत आया तेरे दर पर दीवाना समेत अन्य एलबम व गानों में उन्होंने अपनी आवाज दी है। जावेद को राजस्थान संगीत रत्न, संगीत संचार, राजस्थान गौरव समेत अन्य सम्मानों से नवाजा जा चुका है। जावेद ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कर जेकेके संगीत को बढ़ावा देने के साथ ही उसकी सेवा भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि संगीत के बिना जीवन अधूरा है। कोरोना के कारण कलाकारों के चेहरों पर छाई मायूसी की धुंध भी ऐसे कार्यक्रमों से ही छंटेगी।
Published on:
22 Jun 2022 12:07 am
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