यहां हुए कार्यक्रम दुर्गापुरा स्थित प्राचीन दुर्गा माता मंदिर में महंत महेन्द्र भट्टाचार्य के सान्निध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम हुए। इस मौके पर दुर्गा सप्तशती का पाठ हुआ। श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ मातारानी एवं अखण्ड ज्योत के दर्शन किए। शाम को मातारानी का विशेष शृंगार कर आरितारी की पोशाक धारण कराई जाएगी। झालाना स्थित कालक्या माता मंदिर में भी भक्तों की आवाजाही नजर आई। कनक घाटी स्थित गोविंददेवजी ठिकाने के मनसा माता मंदिर में मातारानी का मोर पंखों से विशेष शृंगार किया गया। आरती के बाद विशेष भोग लगाया गया। आमेर के मनसा माता मंदिर में तांत्रिक पद्धति से देवी का पूजन किया गया।
घर भेंजेंगे कन्याओं के उपहार और भोजन शारदीय नवरात्र के तहत अष्टमी और नवमी के मौके पर कोरोना के मद्देनजर कन्या पूजन और कन्या भोजन पर भी संशय रहेगा। शुक्रवार और शनिवार को कन्या पूजन होगी। इसके चलते संस्थाएं और शहरवासी कन्याओं के घर पर उपहार और भोजन की व्यवस्था करेंगे। साथ ही दूर से उनका आशीर्वाद लेंगे।