
राजस्थान में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में आयोजित हुई एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर भजनलाल सरकार असंमजस की स्थिति बनी हुई है। एक तरफ बेरोजगार छात्रों की मांग है कि भर्ती परीक्षा रद्द की जाए। जिसे लेकर लगातार धरना-प्रदर्शन भी कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर चयनित छात्र (प्रशिक्षु थानेदार) और उनके परिजन भर्ती परीक्षा रद्द नहीं किए जाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भरतपुर दौरे के दौरान पहली बार एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर कहा कि इस मामले को लेकर हमने कमेटी बनाई है। अब आगे देखना है, इसमें क्या होता है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद निर्णय लेंगे।
आरपीए में ट्रेनिंग ले रहे थानेदारों के परिजन भी अब अपना पक्ष रखने के लिए आगे आए हैं। परिजनों ने रविवार को शहीद स्मारक पर धरना दिया। इस दौरान भावुक कर देने वाली तस्वीर सामने आई। जिसमें एक बच्ची ने अपने हाथों में पोस्टर ले रखा है। जिसमें लिखा था- 'दोषियों की सजा मेरे निर्दोष पापा को क्यों।। मेरा क्या होगा? मेरा भविष्य क्या होगा? SI भर्ती यथावत रखो।।'
उधर, भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर युवा रविवार को किरोड़ी लाल मीणा के आवास पर पहुंचे। युवकों ने वहां मनोज मीणा अन्य के नेतृत्व में धरना दिया। उन्होंने रविवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में भर्ती परीक्षा रद्द किए जाने का निर्णय करने की मांग की है। इसके बाद विकास विधूड़ी व अन्य नेतृत्व में गोपालपुरा बाइपास स्थित रिद्धि-सिद्धि चौराहे पर कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस की युवकों से झड़प भी हुई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उनको खदेड़ दिया।
Published on:
13 Oct 2024 02:42 pm
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