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राखी पर बेटियों को तोहफे में देना चाहता था भाई, बेटे की लालसा में दूसरे का बच्चा चुरा एक पिता बना किडनैपर

एसएमएस अस्पताल में बच्चा चोरी का खुलासा: बेटे की लालसा में बना किडनैपर, तीन दिन लापता दिव्यांश को पुलिस ने किया दस्तयाब

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जयपुर। तीन दिन पहले एसएमएस बांगड अस्पताल से किडनैप हुए चार महीने के दिव्यांश की तलाश में पुलिस के साथ पूरा शहर जुटा हुआ था। उसे शनिवार शाम को जयपुर पुलिस ने रीको औद्योगिक क्षेत्र मानसरोवर से दस्तयाब कर लिया। बच्चे का किडनैप करने वाला नदबई भरतपुर निवासी हेमेंद्र जाट उर्फ राजू ने किया था।

गिरफ्तार आरोपी राजू के तीन बेटियां है और उसने बेटे की लालसा में दिव्यांश का अपहरण किया था। आरोपी रक्षाबंधन पर तीन बेटियों को एक भाई देना चाहता था। जिसके चलते उसने बच्चे का अपहरण कर लिया। पुलिस टीम रीको एरिया से शनिवार शाम पांच बजे बच्चे को लेकर कमिश्नरेट पहुंची। जहां पर उसे उसकी दादी—दादा और अन्य परिजनों को सौंप दिया।

अतिरिक्त पुलिस अजयपाल लांबा ने बताया कि बुधवार शाम करीब पांच बजे बच्चे का अपहरण हुआ था। पुलिस तक शाम सात बजे सूचना मिली। इसके बाद डीसीपी, एसीपी पूर्व जिले के सभी थानाधिकारी एसएमएस अस्पताल पहुंच गए। बच्चे की तलाश में चालीस पुलिस टीमों का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और मोबाइल लोकेशन सहित सभी संसाधन बच्चे की तलाश में लगा दिए गए। शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे अपहरणकर्ता के बारे में पहला सुराग लगा। जिसके बाद तलाश करते हुए पुलिस टीम आरोपी तक पहुंची और उसको गिरफ्तार कर लिया।

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छह माह से कर रहा था रैकी

पुलिस उपायुक्त पूर्व डॉ राजीव पचार ने बताया कि आरोपी बीते छह माह से बच्चे के लिए रैकी कर रहा था। उसने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर भी कई दिन तक रैकी की। आरोपी राजू छोटा बच्चा उठाना चाहता था ताकि उसे अपना बेटा बनाकर रख सके।

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बच्चा पाकर हुआ परिवार खुश

बच्चे के मिलने की सूचना मिलने पर दादा कालू, दादी सहित अन्य परिवारजन कमिश्नरेट पहुंचे। पुलिस ने बच्चे को परिवार को सुपूर्द कर दिया। जिसके बाद परिवार खुश नजर आया। बच्चे को पाकर परिजनों की आंखे खुशी से भीग गई।