5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दक्षिण अफ्रीका में ‘तबाही’ की बारिश, बाढ़ में ‘डूबीं’ 45 जिंदगी

बह गईं सड़कें, घर हुए तबाह; चरमराई विद्युत प्रणाली

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Aryan Sharma

Apr 13, 2022

दक्षिण अफ्रीका में 'तबाही' की बारिश, बाढ़ में 'डूबीं' 45 जिंदगी

दक्षिण अफ्रीका में 'तबाही' की बारिश, बाढ़ में 'डूबीं' 45 जिंदगी

जोहान्सबर्ग. दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के डरबन (Durban) क्षेत्र में भारी बारिश (Heavy Rain) और बाढ़ (Flood) ने जमकर तबाही मचाई है। बाढ़ के कारण कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई। कई लोग अभी भी लापता हैं और आपातकालीन सेवाएं (Emergency Services) इनकी तलाश में जुटी हैं। क्वाजुलु-नटाल प्रांत (Coastal Province of KwaZulu-Natal) में बंदरगाह, प्रमुख राजमार्गों तथा आसपास के इलाकों को नुकसान पहुंचा है। सोमवार शाम से ही हो रही भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन (Mudslides) भी हुआ है। दक्षिण अफ्रीका की सेना को मंगलवार को डरबन और आसपास के ईथेक्विनी महानगरीय क्षेत्र में बचाव कार्यों में सहायता के लिए तैनात किया गया।
क्वाजुलु-नटाल के आपातकालीन सेवाओं के प्रवक्ता रॉबर्ट मैकेंजी ने मंगलवार को बताया कि आपदा प्रबंधन दल बचाव अभियान चला रहा है। इसके तहत आपदा प्रबंधन दल उन क्षेत्रों से लोगों को निकाल रहे हैं जो भूस्खलन और बाढ़ का सामना कर रहे हैं। मैकेंजी के अनुसार, इस क्षेत्र में इमारतें, सड़कें और बिजली लाइनें ध्वस्त हो गई हैं। मैकेंजी ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। अधिकारी बेघर हुए लोगों को आश्रय केंद्रों में ठहरा रहे हैं और चरमराई विद्युत प्रणाली को दुरुस्त करने में कर्मचारी लगे हैं।

'पगडंडी' से नदी पार
डरबन के बाहरी क्षेत्र तुजुमा में एक पुल के बह जाने से लोगों को 'पगडंडी' जैसे अस्थायी पुल (Makeshift Bridge) के जरिए नदी पार करनी पड़ रही है। डरबन बंदरगाह उप-सहारा अफ्रीका में सबसे बड़ा और सबसे व्यस्त पत्तन टर्मिनल है जो बाढ़ के पानी से भर गया है जिससे कंटेनर बह गए। शहर भर में प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने का अनुरोध किया गया है। भूस्खलन से कई घर तबाह हो गए। डरबन शहर में कुछ लोग छतों पर खड़े होकर बचाव का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट है कि लोगों को निकालने के लिए केवल एक हेलिकॉप्टर उपलब्ध है।