
जयपुर। खुदा की इबादत का विशेष दिन और गुनाहों की माफी के लिए खास शब ए बारात का पर्व आज मनाया जा रहा है। शब-ए- बारात के पर्व के मौके पर जहां घरों में मीठे पकवान बनाकर लोगों में वितरित किए जाएंगे तो वहीं इस मौके पर बड़ी संख्या में अकीदतमंद रातभर मस्जिदों, दरगाह शरीफ में इबादत में व्यस्त रहेंगे।
धर्मगुरुओं ने कहा की शबे ए बारात का शाब्दिक अर्थ आजादी की रात से है। यह रात निजात और मगफिरत की रात है। लोग अपने पूर्वजों की आत्म शांति के लिए दुआएं करेंगे। मुस्लिम धर्मावलंबी अपने—अपने घरों में नियाज फातेहा कराएंगे और इसके साथ ही रातभर इबादत करेंगे। मुस्लिम विद्वानों ने भी आपसी प्रेम, सौहार्द के साथ पर्व मनाने की अपील की। इधर होली और शब-ए-बारात का पर्व एक ही दिन होने पर पुलिस ने भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं।
बेहद खास है यह रात
इस्लाम धर्म को मानने वालों में चार रातों को बहुत ही मुकद्दस यानी पवित्र माना जाता है। ये चार रातों में पहली है आशूरा की रात, दूसरी शब-ए-मेराज, तीसरी शब-ए-बारात और चौथी शब-ए-कद्र होती है। ये सभी रातें बहुत ही खास और पवित्र मानी जाती हैं। इन सभी से कोई न कोई मान्यता और परंपरा जुड़ी हुई है।
मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों में विशेष इंतजाम
इधर शब-ए- बारात पर्व के मौके पर मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों में विशेष इंतजाम किए गए है। धार्मिक स्थलों को रंगीन रोशनियों से सजाया गया है, जहां रात भर मुस्लिम धर्मावलंबी रात भर खुदा की इबादत करेंगे और अपने पूर्वजों की मगफिरत की दुआ भी करते नजर आएंगे।
वीडियो देखेंः- खुदा की इबादत में झुके लाखों सर, गले मिलकर दे रहे ईद की मुबारकबाद - Rajasthan Patrika
Published on:
07 Mar 2023 10:46 am
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