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Flashback: जब कांग्रेस ने नहीं दिया था टिकट तो कुन्नर ने बागी होकर दिखाई थी ताकत, सबसे पहले जीता था सरपंच का चुनाव

Gurmeet Singh Kunnar Profile: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीतसिंह कुन्नर का बुधवार को निधन हो गया।

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Gurmeet Singh Kunnar Profile: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीतसिंह कुन्नर का बुधवार को निधन हो गया। गुरमीत सिंह कुन्नर श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार थे। किडनी की तकलीफ के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। आपको बता दें कि राजस्थान राज्य के श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर में 6 जून 1948 को गुरमीत सिंह कुन्नर का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम छज्जासिंह और मां का नाम गुरदयाल कौर है। कुन्नर ने 12वीं तक पढ़ाई की है। साल 1972 को बलबिन्द्र कौर से उनकी शादी हुई थी। उनका मुख्य रूप से कृषि का व्यापार है।

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कुन्नर के राजनीतिक करियर की बात करें तो 2018 के चुनाव में वे कांग्रेस के टिकट पर श्रीकरणपुर विधानसभा सीट विधायक बने। इस चुनाव में उन्हें 73896 तो वहीं निर्दलीय उम्मीदवार पृथ्वीपाल सिंह को 45520 को वोट मिले थे। कुन्नर ने ये चुनाव 28376 वोटों से जीता था। इससे पहले साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में करनपुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह ने जीत हासिल की थी उन्हें 70147 वोट मिले थे। इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह को 66294 वोट मिल पाए थे और वह 3853 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे। इसी तरह विधानसभा चुनाव 2008 में करनपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर को कुल 46032 वोट हासिल हुए थे। भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह दूसरे पायदान पर रह गए थे। कुन्नर ये चुनाव 6095 वोटों से जीता था। बता दें कि कुन्नर ने राजनीति की शुरुआत ग्राम पंचायत 25 बीबी के सरपंच के रूप में की। उन्होंने पहली बार वर्ष 1998 में श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीते। साल 2003 के विधानसभा चुनाव में पराजित होने के बाद पार्टी ने 2008 में उन्हें टिकट नहीं दिया। इस पर बागी होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और विजयी भी रहे। इसके बाद गहलोात सरकार में कृषि विपणन राज्यमंत्री भी रहे।

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गुरमीत सिंह की गिनती श्रीगंगानगर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता के रूप में होती है। पार्टी ने इस बार भी उन्हें करणपुर सीट से टिकट दिया है। इससे पहले मंगलवार को भी कुन्नर के निधन की खबरें सामने आई थी। हालांकि बाद में उनके बेटे रुपेंद्र कुन्नर ने अपने पिता के निधन की खबरों को अफवाह बताते हुए खारिज किया। वहीं कुन्नर के निधन के बाद एक बार फिर राजस्थान में 199 सीटों पर चुनाव होंगे। चुनाव आयोग करणपुर विधानसभा सीट पर चुनाव स्थगित करने का जल्द ही ऐलान कर सकता है।


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