सूत्रों के अनुसार सब कुछ सामान्य रहता तो एग्रो ट्रेड टावर का काम इसी वर्ष अक्टूबर में पूरा हो जाता। कई तकनीकी कारणों के चलते सब कुछ विलंब से चला। टेंडर हो भी गए तो अब ठेका लेने वाली फर्म ने काम करने से इंकार कर दिया है। इसका कोई स्पष्ट कारण तो सामने नहीं आया है लेकिन जानकारों के अनुसार निर्माण लागत बढऩे की वजह से ऐसा किया गया है। इस बीच, श्रीगंगानगर के लिए एग्रो ट्रेड टावर की नए सिरे से हो रही टेंडर प्रक्रिया में काम पूरा करने का समय अक्टूबर 2017 देने पर विचार हो रहा है। दूसरी तरफ, जयपुर, खैरथल एवं कोटा में एग्रो ट्रेड टावर का काम आगे बढ़ रहा है। इन मंडियों में टावर के लिए स्थान चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।