भाजपा भड़का सकती है सांम्प्रदायिकता
गहलोत ने कहा कि चुनावों को देखते हुए भाजपा सांम्प्रदायिकता भड़का सकती है। उदयपुर और करौली में इस तरह की कुछ घटनाएं भी हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि उदयपुर में जब इतनी बड़ी घटना हुई, उस समय भाजपा के नेता पीडि़तों की खैर-खबर लेने के बजाय राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने हैदराबाद निकल लिए थे। जबकि हम अपने दौरे रद्द कर स्थिती को संभालने में लग गए। उसी का परिणाम था कि हमने चौबीस घंटे के भीतर आरोपितों को पकडऩे में सफलता प्राप्त की। इसी तरह से अपराधी राजू ठेहट के मामले में भी तुरंत कार्रवाई करते हुए चारों आरोपितों को पकड़ा गया।
…तो थाना इंचार्ज पर होगी कार्रवाई
राज्य में अपराध नियंत्रण में होने का दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रात आठ बजे बाद यदि शराब की दुकानें खुली मिली तो उस क्षेत्र के थाना इंचार्ज को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। बार और पब्स में भी सुबह चार-चार बजे तक हंगामा चलता रहता है। उन्हें भी रात ग्यारह बजे तक बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एसीबी छापे
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि थानों में स्वागत कक्ष बनाने और बिना ना नुकर के एफआईआर दर्ज करने के कारण राज्य में अपराध कम हुए हैं। इस्तगासों से जो मुकदमे दर्ज होते थे उनकी संख्या में भी पर्याप्त गिरावट आई है। इसी तरह से भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति बना कर काम करने से आए दिन एसीबी के छापे पड़ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि एसीबी छापे नहीं डाले तो भ्रष्टाचार हो ही नहीं रहा।
एक समान नीति के लिए केंद्र को प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाला समय सामाजिक सुरक्षा का है। इसलिए आज केबिनेट में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि एक प्रस्ताव बना कर केन्द्र को भिजवाया जाए, जिसके तहत पूरे देश में सामाजिक सुरक्षा को लेकर एक समान नीति बनाई जा सके। उन्होंने कहा सरकारी योजनाओं में कोताही बरते जाने पर सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कारवाई किए जाने के भी अच्छे परिणाम आएं हैं।
भाजपा नहीं निकाल पा रही हमारी कमियां
गहलोत ने कहा कि अमित शाह के राजस्थान दौरे के समय यह बात उनकी जानकारी में आई कि उन्होंने कुछ भाजपा नेताओं को यह कह कर लताड़ पिलाई कि चार साल में वे सरकार के खिलाफ एक भी आंदोलन खड़ा नहीं कर पाए। गहलोत ने कहा कि भाजपा नेता चाह कर भी सरकार की कमियां नहीं निकाल पा रहे।