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हार के बाद सुरेंद्र पाल सिंह टी टी ने भजनलाल कैबिनेट से दिया इस्तीफा, मिले थे 4 अहम मंत्रालय

Surendra Pal Singh TT Resigns : जयपुर। राजस्थान के कृषि विपणन, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्य मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने सोमवार को करणपुर विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

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Surendra Pal Singh TT Resigns

हार के बाद सुरेंद्र पाल सिंह टी टी ने भजनलाल कैबिनेट से दिया इस्तीफा, मिले थे 4 अहम मंत्रालय

Surendra Pal Singh TT Resigns : जयपुर। राजस्थान के कृषि विपणन, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्य मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने सोमवार को करणपुर विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा अग्रेषित राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के त्यागपत्र को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि सोलहवीं विधानसभा के लिए गत 25 नवंबर को हुए चुनाव में करणपुर विधानसभा सीट पर भाजपा ने टीटी को पार्टी प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण यहां चुनाव स्थगित हो गए थे। चुनाव आयोग ने पांच जनवरी को चुनाव कराने की घोषणा की थी। पांच जनवरी को हुए चुनाव में कांग्रेस ने गुरमीत सिंह कुन्नर के पुत्र रुपिंदर सिंह कुन्नर को अपना उम्मीदवार बनाया और उन्होंने इस चुनाव में टीटी को करीब बारह हजार मतों से हरा दिया। टीटी ने चुनाव से पूर्व गत 30 दिसंबर को ही मंत्री पद की शपथ ली थी।

कांग्रेस उत्साहित, भाजपा कर रही समीक्षा
करणपुर सीट पर जीत ने जहां कांग्रेस में जान फूंकने का काम किया, वहीं हार ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करे बैकफुट पर धकेल दिया है। भाजपा ने चुनाव से पहले टीटी को कैबिनेट में शामिल कर बड़ा दाव खेला था, लेकिन जनता ने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष मतदान कर भाजपा को झटका दिया है। इस सीट पर जीत से जहां कांग्रेस में उत्साह है, वहीं भाजपा हार के कारणों की समीक्षा कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व करणपुर सीट पर मिली जीत ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है। उधर भाजपा नेताओं का कहना है कि करणपुर सीट पर मिली हार का लोकसभा चुनाव में कोई फर्क नहीं पडऩे वाला है। चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा।

कांग्रेस में अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज
करणपुर सीट पर मिली जीत के बाद अब कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। जल्द ही पार्टी में बूथ, ब्लॉक और जिला स्तर पर तैयारियों को लेकर संगठनात्मक बैठकों का दौर शुरू होगा। पिछले दो लोकसभा चुनावों में मिली हार से सबक लेते हुए इस बार कांग्रेस प्रत्याशी चयन में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। जिताऊ चेहरों को ही इस बार लोकसभा सीटों पर उतारने की रणनीति तैयार की जा रही है। एआईसीसी की ओर से सभी 25 लोकसभा सीटों पर लगाए गए कॉर्डिनेटर भी प्रत्याशी चयन में जमीनी फीडबैक लेकर अपनी रिपोर्ट देंगे। पार्टी की ओर से भी जिताऊ चेहरों की तलाश के लिए सर्वे कराए जाएंगे।

मोदी की योजनाओं से जनता को जोडऩे पर काम, प्रत्याशी चयन पर रहेगा फोकस
करणपुर में मिली हार से भाजपा सकते में जरूर है, लेकिन पदाधिकारी इसके पीछे कांग्रेस प्रत्याशी को सहानुभूति के वोट मिलने की बात कहकर खुद को दिलासा दे रहे हैं। पार्टी का मानना है कि करणपुर चुनाव के परिणाम से लोकसभा चुनाव की रणनीति में किसी तरह का बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक विधानसभा सीट के परिणाम से दूसरी सीटों पर असर नहीं पड़ेगा। पदाधिकारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा। मोदी सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। इसलिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिए हर पात्र व्यक्ति से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। सभी 25 लोकसभा सीट के लिए एक-एक मीडिया संयोजक व सह संयोजक बनाने का काम अंतिम दौर में है।