सुषमा के असामयिक निधन से ख़ास से लेकर आमजन तक दुखी हैं। सुषमा स्वराज ( sushma swaraj ) के निधन पर राजस्थान के कई दिग्गज नेताओं ने भी शौक व्यक्त किया है। ट्वीट कर कहा है कि ये भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है। सुषमा स्वराज की पहचान एक कुशल वक्ता के तौर पर रहीं। सुषमा ने अपने भाषणों के लिए देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी लोकप्रियता की छाप छोड़ी।
सुषमा 4 बार केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। देश की पहली पूर्णकालिक विदेशमंत्री होने का भी रिकॉर्ड उनके नाम है। हरियाणा विधानसभा ने श्रेष्ठ हिंदी वक्ता के तौर पर उन्हें सम्मानित किया। सुषमा के पति स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने सीनियर एडवोक्ट हैं। वे महज 38 वर्ष में मिजोरम के राज्यपाल बने थे। सबसे कम उम्र में किसी राज्य का राज्यपाल बनने का रेकॉर्ड स्वराज कौशल के नाम दर्ज है।
दरअसल, 67 साल की आयु में 6 अगस्त, 2019 की रात 11.24 बजे सुषमा स्वराज का दिल्ली में निधन हो गया। स्वराज के दुनिया से रुखसत होने का ग़म हर किसी को है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी यूज़र्स ने शोक सन्देश पोस्ट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। दरअसल, एक महीने के दौरान दिल्ली ने अपने दो पूर्व मुख्यमंत्री खो दिए हैं। 20 जुलाई को दिल्ली की पूर्व सीएम रही शीला दीक्षित का निधन हुआ था। इसके ठीक दो हफ्ते बाद दिल्ली की पहली सीएम सुषमा स्वराज का निधन हो गया।