
जयपुर . राज्य सरकार ने खान महाघूसकांड में आरोपित आईएएस अशोक सिंघवी को शनिवार को पोस्टिंग दे दी। उन्हें इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के महानिदेशक पद पर लगाया गया है। वहीं बार-बार स्थानांतरण करने से नाराज चल रहे आईएएस उमेश कुमार को इस बार सरकार ने मनाने की कोशिश की और उन्हें राजस्थान पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति दी गई है। इससे पहले बार-बार तबादले से उमेश कुमार नाराज हो गए थे। राजस्थान कर बोर्ड अजमेर में अध्यक्ष पद पर भेजने पर उन्होंने वहां ज्वाइन नहीं किया और अवकाश पर चले गए।
25 माह बाद मिली नियुक्ति
एसीबी की टीम ने 17 सितम्बर 2015 को खान एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव रहते हुए सिंघवी समेत छह लोगों को खान महाघूसकांड मामले में गिरफ्तार किया था। इस दौरान टीम ने करीब 4.28 करोड़ रुपए बरामद किए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने उसी दिन सिंघवी को निलंबित कर दिया। केन्द्र से उनके खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति भी मिल गई। इसके बाद राज्य सरकार ने गत 4 अगस्त को उन्हें बहाल कर पदस्थापन की प्रतीक्षा में रख दिया था।
इधर, नौ दिन में बदली
उमेश कुमार एडीबी मनीला से लौटने के बाद 1 माह तक एपीओ रहे और फिर उन्हें 27 जुलाई 2016 को उद्योग विभाग का एसीएस बनाया जहां करीब 1 वर्ष रहने के बाद उनका तबादला हाउसिंग बोर्ड चेयरमैन पद पर 8 मई 2017 को कर दिया और 5 माह बाद 5 अक्टूबर को उन्हें कर बोर्ड अजमेर भेज दिया गया। इस पर वे छुट्टी लेकर चले गए और आखिरकार 9 दिन बाद उन्हें अजमेर से जयपुर बुलाकर राजस्थान पथ परिवहन निगम में चेयरमैन पद पर पोस्टिंग दी।
Published on:
14 Oct 2017 08:40 pm
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