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लॉकडाउन में फलों के राजा आम की मिठास भी हुई फीकी

— व्यापार बीते साल के मुकाबले इस साल काफी मंदा, आवक भी कम

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जयपुर

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Harshit Jain

May 26, 2020

jaipur muhana mandi

फोटो..मनोज जी के मेल और टेलीग्राम पर.. लॉकडाउन में फलों के राजा आम की मिठास भी हुई फीकी


जयपुर. कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से फलों के राजा आम इन दिनों आम आदमी की पहुंच से दूर है। महामारी के इस दौर में ठंडे आम रस का स्वाद फीका हो गया है। मंडियों के अलावा अन्य बाजार, सुपर मार्केट, मोहल्लों में ठेलों पर पर आम की कई किस्मों की खुशबू महक भी गायब है। राजधानी के फल विक्रेताओं के मुताबिक लॉकडाउन होने से कई राज्यों से आम की आवक पूरी नहीं हो पा रही। मुंबई, यूपी और आसपास की जगहों के बजाय इस बार दक्षिण भारत में हैदराबाद, बेंगलुरू सहित अन्य जगहों की फसल आ रही है। मई में जहां आम की तमाम किस्म बाजार में उपलब्ध हो जाती थी इस बार सफेदा और बादामी आम बाजार में उपलब्ध हैं। हिमाचल से आने वाली लीची और आयातित विदेशी सेब भी नहीं आ रही है।

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40 प्रतिशत तक कीमतों में इजाफा


जयपुर फल सब्जी थोक विक्रेता संघ मुहाना टर्मिनल के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि मंडी से जयपुर ही नहीं बल्कि प्रदेशभर के सभी सभी जिलों में 70 प्रतिशत फल सब्जी का व्यापार तय होता है। बीते साल के मुकाबले व्यापार बुरी तरह से प्रभावित है। हर महीने दस करोड़ के आसपास के कारोबार में 50 प्रतिशत की कमी आई है। आवक कम होने से 40 प्रतिशत तक कीमत बढ़ गई है। फल व्यापारी नरेश मोटवानी ने बताया कि यूपी का लंगड़ा, दशहरी, गिर आम, केसर, तोतापुरी आम इस महीने के बजाय जून के बीच में मिलना शुरू होंगे। जहां सीजन में सप्ताह में 20 ट्रक माल आम का आता था अब यह 5 से 7 ट्रक आ रहे हैं। हर महीने 1200 टन बिकने वाले की बिक्री अब 400 टन के पास ही हो रही है। हर बार 100 के बजाय अलफांसो यानि हापुस आम इस बार 250 रुपए किलो तक बिक रहा है। सफेदा आम भी 80 रुपए किलो तक बिक रहा है।

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5 लाख पर आ पहुंची बिक्री


थोक फल व्यापारी विजय सिंह धीनवा ने बताया कि हर सीजन में रोजाना 15 लाख रुपए का कारोबार अब तीन से पांच लाख पर आ गया है। यहां 200बड़ी और छोटी फलों की दुकानें है।कई राज्यों में आंधी तूफान के अलावा माल नहीं पहुंच रहा है। रत्नागिरी, केरल, तमिलनाडु, विजयवाडा से ही माल आ रहा है। मुंबई, पुणे, अहमदाबाद के बाजार बंद होने से हापुस आम नहीं पहुंच रहा है। फिलहाल लखनऊ का दशहरी, गुजरात से बमुश्किल केसर आम आ रहा है। माल के उठाव होने से लेकर सप्लाई चेन बुरी तरह से प्रभावित है, कीमत भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। 60 रुपए प्रतिकिलो तक थोक के दाम पहुंच चुके हैं।