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फर्म ने की दोहरी कमाई …84 लाख की चपत लगाई…फिर भी निगम खुश

ग्रेटर निगम के ट्रांसफर स्टेशन से अलग-अलग कचरा बीनने वाली फर्म ने निगम को ही चपत लगा दी। फर्म ने निगम को अनुबंध के तहत पैसा नहीं दिया और कचरा बीनकर अतिरिक्त कमाई की। ऐसे में फर्म को दोहरा फायदा हुआ। अब गैराज शाखा ने खुद को बचाने के लिए फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर […]

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जयपुर

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Amit Pareek

Jun 01, 2025

ग्रेटर निगम के ट्रांसफर स्टेशन से अलग-अलग कचरा बीनने वाली फर्म ने निगम को ही चपत लगा दी। फर्म ने निगम को अनुबंध के तहत पैसा नहीं दिया और कचरा बीनकर अतिरिक्त कमाई की। ऐसे में फर्म को दोहरा फायदा हुआ। अब गैराज शाखा ने खुद को बचाने के लिए फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। निगम ने फर्म को तीन वर्ष के लिए ब्लैक लिस्टेड करते हुए नौ लाख रुपए जब्त कर लिए। जबकि, फर्म ने निगम को करीब 84 लाख रुपए नहीं दिए। बीते वर्ष फरवरी में निगम ने क्लीन वर्ल्ड ग्रीन वर्ल्ड नामक फर्म को स्थायी और अस्थायी ट्रांसफर स्टेशन पर आने वाले कचरे की निगरानी और कचरे को अलग-अलग करने का काम दिया। इसके लिए झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, मानसरोवर और विद्याधर नगर जोन में काम के बदले फर्म को 4.07 लाख रुपए प्रति माह देने थे। इसी तरह मालवीय नगर, सांगानेर और जगतपुरा जोन में काम के बदले में निगम को करीब तीन लाख रुपए देने थे।

नोटिस दिया, लेकिन एक्शन नहीं

कम्पनी ने काम में मनमानी की। कचरे को अलग-अलग करने का काम एक वर्ष तक किया। इसमें कम्पनी ने हर माह लाखों रुपए कमाए। फर्म को गैराज शाखा ने पहला नोटिस पिछले वर्ष जुलाई, फिर अक्टूबर और नवम्बर में दिए। अंतिम नोटिस 24 दिसम्बर को जारी किया गया। इसका फर्म ने कोई जवाब नहीं दिया।

दो बड़े सवाल

-जब फर्म समय पर पैसा नहीं दे रही थी तो अनुबंध को जारी क्यों रखा गया?

-अब कार्रवाई के नाम पर फर्म पर प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं करवाई गई?

मेरी जानकारी में आने के बाद फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। नए सिरे से टेंडर किया है। इसमें इस तरह का गड़बड़झाला नहीं होगा। फर्म ने जो लापरवाही की है, उसके खिलाफ आगे भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।

-करणी सिंह, उपायुक्त, गैराज शाखा