देशभर में कमजोर पर राजस्थान में बंपर हुई खरीफ फसलों की बुवाई
पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर वितरणस्वीकृत योजना के तहत, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को 15 लाख टन चना दाल उठाने की पेशकश की जाती है। चना दाल पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर क्रेता राज्य के निर्गम मूल्य से आठ रुपए प्रति किलोग्राम की छूट पर दी जाएगी। बयान में कहा गया है कि राज्यों को छूट पर चना दाल की आपूर्ति 12 महीने या 15 लाख टन स्टॉक के पूर्ण निपटान तक जारी रहेगी और इस पर 1200 करोड़ रुपए का व्यय होने का अनुमान है। केंद्र का मानना है कि इन निर्णयों से राज्य और संघ राज्य क्षेत्र विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे पीडीएस, मध्याह्न भोजन योजनाओं आदि में चना का उपयोग करने में सक्षम होंगे। साथ ही इससे दलहन किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने में मदद मिलेगी और वे इनकी खेती बढऩे को प्रोत्साहित होंगे।
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तीन सालों में चना दाल का रिकार्ड उत्पादनदेश में पिछले तीन वर्षों के दौरान चना दाल का रिकार्ड उत्पादन दर्ज किया गया है। केन्द्र सरकार ने मूल्य समर्थन योजना के तहत रबी 2019-20, 2021 और 2022 के दौरान चना की रिकॉर्ड खरीद की है। इससे सरकार के पास पीएसएस और पीएसएफ के तहत आने वाले रबी सीजन में भी 30.55 लाख टन चना उपलब्ध है, चना का उत्पादन अच्छा होने की उम्मीद है।