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नजर से बचाने के लिए बजरबट्टू लगाने का तरीका हुआ पुराना, अब आया ईविल आइज का जमाना

अपने घर को नजर से बचाने के लिए कोई नींबू मिर्च लटकाता है तो कोई बजरबट्टू लगवाता है और अगर बात किसी अपने को नजर से बचाने की हो तो उसे काला टीका लगाया जाता है लेकिन यह सब अब गुजरे जमाने की बात हो गई है। आज मार्केट में अवेलेबल है क्रिस्टल मेड खूबसूरत ईविल आइज।

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जयपुर

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Rakhi Hajela

Jun 06, 2023

अपने घर को नजर से बचाने के लिए कोई नींबू मिर्च लटकाता है तो कोई बजरबट्टू लगवाता है और अगर बात किसी अपने को नजर से बचाने की हो तो उसे काला टीका लगाया जाता है लेकिन यह सब अब गुजरे जमाने की बात हो गई है। आज मार्केट में अवेलेबल है क्रिस्टल मेड खूबसूरत ईविल आइज। जिन्हें बुरी नजर से बचाने के लिए यूज करने का क्रेज पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रहा है। ब्लू कलर की यह ईविल आईज यूश को खासी पसंद आ रही है।

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क्या है ईविल आईज ?
फेंगशुई एक्सपर्ट के मुताबिक ईविल आइज की उत्पत्ति लगभग तीन हजार पहले ग्रीस और रोम में हुई थी। फेंगशुई ईविल आई नेगेटिव एनर्जी से बचाने लिए एक प्रॉडक्ट है। गोल घेरे के आकार में आंसू की बूंद के साथ एक इंद्रधनुषी नीले कांच का क्रिस्टल एक आंख जैसा पैटर्न बनाता है जो एक पारंपरिक फेंगशुई ईविल आई प्रोटेक्शन है । इसमे गोल रूप और नीला रंग विश्वास को दर्शाता ह, जबकि मध्य भाग पवित्रता को दर्शाता है। इसका उपयोग अपनी खुद की सुरक्षा के लिए साथ बच्चों, पेड़ पौधों,जानवरों के साथ अपने घर को नेगेटिव एनर्जी से बचाने के लिए किया जा रहा है।

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मार्केट में एक से बढ़ कर एक वैरायटी
मार्केट में इविल आइज एक से बढकऱ एक वैरायटी में मिल रहा है। वॉल हैंगिंग के साथ ब्रेसलेट, पेंडेंट, घड़ी, गले की चेन के साथ साथ अपने ऑफिस या घर की टेबल पर रखने के लिए कई आकार और शेप के ईविल आइज मिल रहे हैं। इनकी कीमत तकरीबन 200 रुपए से शुरू होती है और कई हजार तक जाती है। शॉप ऑनर दुष्यंत आहूजा ने बताया कि यह गुडलक के लिए जो देता है और जिसे दिया जाता है दोनों के लिए अच्छा होता है।

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टॉपिक एक्सपर्ट

ईविल आई क्रिस्टल से बना होता है। क्रिस्टल्स में हीलिंग की ताकत होती है। यह एक प्राचीन तरीका है। हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है लेकिन कहा जाता है कि क्रिस्टल शरीर के आसपास मौजूद ऊर्जा के क्षेत्र से संबंध बनाते हैं। वास्तु के कुछ नियम भी सूर्य की किरणों पर आधारित हैं।अगर कोई स्थान ऊर्जाहीन है तो उसे सूर्य की किरणों से ऊर्जावान बनाया जा सकता है। इन सूर्य की किरणों को नियंत्रित मात्रा में क्रिस्टल आप तक पहुंचाते हैं जिससे पॉजिटिव एनर्जी विकसित होती है।
पंडित एनएम श्रीमाली, फेंगशुई एक्सपर्ट

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