
जयपुर। झालावाड़ जिले की बकानी पंचायत समिति के देवनगर में मंगलवार को अनूठा मामला सामने आया। यहां निर्माण कार्य के बिलों पर साइन करने के बदले सरपंच खुद ग्राम विकास अधिकारी [वीडीओ] से सात प्रतिशत कमीशन के रूप में 3 लाख 22 हजार रुपए मांग रहा था। मांग से परेशान होकर ग्राम विकास अधिकारी ने सरपंच को अपने ही घर पर 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते एसीबी से रंगे हाथों गिरफ्तार करवा दिया। एसीबी सरपंच से पूछताछ कर रही है।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भवानीशंकर मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत रीछवा के ग्राम विकास अधिकारी बालमुकुन्द गुर्जर के पास देवनगर पंचायत का अतिरिक्त चार्ज है। इस पंचायत में इंटरलॉकिंग समेत विभिन्न निर्माण कार्यों के बदले 46 लाख रुपए का भुगतान करना था। इसमें से 39.86 लाख का भुगतान कर दिया था। शेष 3.85 लाख रुपए के बिलों पर साइन करने के बदले देवनगर सरपंच रामबाबू मेघवाल 46 लाख के सात प्रतिशत कमीशन मांग रहा था। उसकी मांग से परेशान होकर गुर्जर ने एसीबी को शिकायत की। शिकायत के सत्यापन के बाद ट्रेप का आयोजन किया गया । इसके तहत ग्राम विकास अधिकारी को 50 हजार रुपए के असली और ढाई लाख रुपए के डमी नोट दिए गए। परिवादी ने सरपंच को यह राशि लेने के लिए बकानी में अपने घर पर बुलाया। यहां राशि देने के बाद परिवादी के इशारा मिलने पर एसीबी की टीम ने आरोपी सरपंच को गिरफ्तार कर लिया। परिवादी के पास पर्याप्त राशि नहीं होने से एसीबी ने डमी नोट शामिल किए थे।
टीम को देख फेंक दी राशि
इशारा पाकर एसीबी टीम जैसे ही ड्राइंग रूम में आई तो सरपंच ने टीम को देखकर राशि फर्श पर फैंक दी। इसपर टीम ने फर्श से राशि बरामद की।
Published on:
14 Mar 2023 10:41 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
