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रिंग रोड किनारे हरे कम सूखे पौधे ज्यादा, सेक्टर रोड पर लगे ही नहीं

जेडीए ने दक्षिणी रिंग रोड के किनारे जो पौधे पिछले वर्ष लगवाए थे, उनमें हरे पौधे कम और सूखे ज्यादा नजर आ रहे हैं। यही हाल जोन नौ, 10 और 14 का भी है। यहां सेक्टर रोड, हाईटेंशन लाइन के नीचे पौधे लगाने का प्लान अब तक फेल ही है। डेढ़ लाख पौधे लगाने और […]

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जयपुर

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Amit Pareek

May 17, 2025

जेडीए ने दक्षिणी रिंग रोड के किनारे जो पौधे पिछले वर्ष लगवाए थे, उनमें हरे पौधे कम और सूखे ज्यादा नजर आ रहे हैं। यही हाल जोन नौ, 10 और 14 का भी है। यहां सेक्टर रोड, हाईटेंशन लाइन के नीचे पौधे लगाने का प्लान अब तक फेल ही है। डेढ़ लाख पौधे लगाने और उनके रखरखाव में जेडीए करीब 5 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। लाखों रुपए का जेडीए भुगतान भी कर चुका है। पत्रिका की टीम ने शुक्रवार को रिंग रोड के किनारे उस हिस्से को देखा, जहां पौधे लगाए गए, मौका स्थिति देखकर साफ हो गया कि पौधे लगाने की बाद किसी ने भी सुध नहीं ली है। जेडीए की शर्तों पर गौर करें तो साफ था कि सूखे की जगह नया पौधा लगाने की जिम्मेदारी भी संवेदक की होगी। इसके बाद भी रिंग रोड के किनारे सैकड़ों पौधे सूखे हुए हैं। शर्तों में 10 फीट के पौधे लगाने का प्रावधान था, लेकिन संवेदक ने इसकी पालना नहीं की। एक साथ डेढ़ लाख पौधे लगाने का काम मिलते ही ठेकेदारों ने मनमानी शुरू कर दी। दो फीट से लेकर पांच फीट के पौधे भी लगा दिए। जबकि, इन पौधों की कीमत बड़े पौधे से आधी ही होती है।

दावे हैं दावों क्या

-पंकज अग्रवाल, एक्सईएन (रिंग रोड प्रोजेक्ट) : अजमेर रोड से टोंक रोड और टोंक रोड से आगरा रोड तक 40-40 हजार पौधे लगाने थे। इनमें से 25-25 हजार लग चुके हैं। शेष इस मानसून में लगाए जाएंगे। भुगतान काम के आधार पर किया जा रहा है। करीब 2.38 करोड़ रुपए का कार्यादेश है।

सच्चाई: रिंग रोड के किनारे पौधे लगाने के बाद कोई देखने भी नहीं गया।

-इरशाद अहमद, एक्सईएन (जोन नौ): जोन नौ में 19, जोन 10 में पांच और जोन 14 में छह हजार पौधे लगाए जाने का कार्यादेश करीब दो करोड़ रुपए में दिया गया। इनमें से काफी पौधे लगे भी हैं।

सच्चाई: हाईटेंशन लाइन के नीचे, सेक्टर रोड सहित अन्य मुख्य मार्गों में से कई जगह पौधे नजर ही नहीं आए।

अब कराएंगे काम

पवन सुमन, एक्सईएन (जोन-11): करीब डेढ़ करोड़ रुपए में पिछले वर्ष कार्यादेश दिया था। मानसून चले जाने के कारण पौधे नहीं लगवाए। इस मानसून में पौधे लगवाए जाएंगे।